ड्रम बजाना कोई आसान काम नहीं है, इसमें गज़ब के हुनर की जरूरत के साथ-साथ अच्छी-खासी ट्रेनिंग की जरुरत भी होती है। लेकिन इस बच्चे को देखकर तो लगता है कि इसके पास हुनर के अलावा और कुछ भी नहीं। यहां तक की ड्रम भी नहीं, लेकिन कुछ लोग होते हैं जिन्हें अपना हुनर दिख जाता है।
देखने दिखाने में ये सब अच्छा लगता है। कहीं इस तरह का कोई हुनरमंद दिख जाए तो दो कदम तेज़ चल के आगे न बढ़ जाना। गलती से आगे बढ़ भी जाएं ना तो उसी तेज़ी से दो कदम वापस हो लेना। फिर ज़रा 100 ग्राम पानी पी के सुकून से उस बच्चे को पूछना, कहीं सीखते हो या मजबूरियों ने सिखा दिया? जवाब मिल जाएगा।