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दुनिया की कई सरकारों ने ऐसे टैक्स लगाए थे, जिनको जानकर आपका सिर घूम जाएगा
तो भईया... बजट का समय आ चुका है। चौराहों, गलियों,चाय-पान की दुकानों से लेकर बुद्धिजीवियों, महंगे-महंगे स्टूडियों तक टैक्स की चर्चा तेज हो जाएगी। क्या बढ़ेगा-क्या घटेगा इसकी संभावनाएं अपने अपने स्तर से सब टटोल रहा है। ऐसे मौके पर हमने भी सोचा कि क्यों न उन टैक्सों के बारे में जानकारी जुटाई जाए, जिनको सुनकर भरने वाले का दिमाग घूम जाता था। तो जनाब, ये रही लिस्ट... खुद का ज्ञान बढ़ाएं और दूसरों को शेयर करके उसका भी ज्ञान बढ़ाएं।
इंग्लैंड के इतिहास में दर्ज है कि वहां कभी अजीबो-गरीब टैक्स लगा करते थे। हेनरी VIII, उनकी बेटी और रुस के पीटर द ग्रेट ने लोगों के दाढ़ी रखने पर टैक्स लगा दिया था। वहीं विलियम III ने तो लोगों की खिड़की पर ही टैक्स लगा दिया था। इंग्लैंड में हेनरी I तो टैक्स लगाने में सबसे आगे निकल चुके थे। उन्होंने उन लोगों पर टैक्स लगा दिया था जो युद्ध में लड़ना नहीं चाहते थे, उन्होंने इस टैक्स को आत्मा पर टैक्स का नाम दिया था। और जिन लोगों को आत्मा पर विश्वास नहीं था, उन पर धर्म पर आस्था नहीं रखने का टैक्स लगा दिया जाता था।
मिस्त्र में टैक्स को लेबर कहा जाता है। वहां के इतिहास में एक अफवाह का जिक्र है, कहते हैं पिरामिड के प्रोजेक्ट के फाइनेंस को संभालने के लिए वहां के राजा फैरओह ने अपनी बेटी को वैश्यावृति के काम में लगा दिया था। उनकी बेटी अपने फी में पिरामिड के एक्सट्रा ब्लॉक का काम करने का चार्ज करती थी।
जर्मनी में प्रॉस्टिट्यूशन के लिए वहां की वैश्याओं को टैक्स भरना पड़ता है। रेगुलर प्रॉस्टीट्यूट्स को हर महीने 150 यूरो देने पड़ते हैं, पार्ट टाइमर को 6 यूरो प्रतिदिन का देना पड़ता है। देश की अच्छी खासी आमदनी हो जाती है इससे।
ये टैक्स भारत के केरल में ही वसूला जाता था। इतिहास में एक घटना का जिक्र है। जहां एक युवती ने परेशान होकर टैक्स कलेक्टर को अपने ब्रेस्ट काटकर दे दिए थे। कहा जाता है कि जाति के हिसाब से स्तन ढकने और दिखाने की परंपरा एक मंदिर में थी। जिस पर टैक्स भरना पड़ता था।
क्या आप कभी सोच सकते हैं कि बैचलर होने पर भी टैक्स लग सकता है। इतिहास में ऐसी भी घटनाएं जब बैचलर होने पर भी टैक्स भरना पड़ा था। इंग्लैंड में 1695 और रूस में 1702 में 21 से 50 साल के अविवाहित पुरुषों पर टैक्स लगा दिया गया था। इन बैचलर्स को बाजार में बिना कपड़ों के अपना ही मजाक उड़वाते हुए घूमना पड़ता था।
यह टैक्स भी दिल्ली में वसूला जाता था। 2012 की बात है, जहां भीड़ भाड़ वाले इलाके में पीक आवर्स के दौरान वाहन ले जाने पर टैक्स भरना पड़ता था। इसका काफी विरोध हुआ था जिसके बाद इसे विचाराधीन कर दिया गया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लंदन और मिलान जैसी जगहों पर आज भी कंजेशन टैक्स लगता है।
रोम के राजा ने पब्लिक यूरिन टैक्स लागू किया था। वहां एक और व्यवस्था थी कि यूरिन की सेल से भी रेवेन्यू कलेक्ट किया जाता था। हालांकि रोम के राजा ने इसका विरोध किया था। तो उनके पिता ने बेटे की नाक पर सिक्का चिपका दिया था और कहा था कि सिक्कों से बदबू नहीं आती कभी।
ऑरकैंसस में टैटू, बॉडी पियर्सिंग पर टैक्स देना पड़ता है।
एक वक्त में कनाडा में आने वाले हर चीनी आदमी पर हैड टैक्स लगाया जाना शुरू हुआ था। 20वीं की शताब्दी में न्यूजीलैंड ने भी ऐसे ही टैक्स की व्यवस्था शुरू की थी। बाद में इसके विरोध से कदम पीछे करते हुए दोनों देशों ने ये टैक्स बंद किया था और माफी मांगी थी।