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अपनी अनपी ग्लास उठाओ और कहो Cheers...
आपने और हमने, सभी ने अकसर ग्लास में जाम छलकाते हुए
?यह
कहा और हुए सुना ही होगा। मगर क्या आप जानते हैं कि पीते समय
‘Cheers’ बोल कर ग्लास टकराने की वजह क्या है?
लोगों की मानें तो इस बारे में कई कहानियां और मान्यताएं हैं। कहा जाता है कि यह परंपरा ब्रिटेन के सामाजिक समारोह से शुरु हुई थी। उन समारोह में लोग अपने नजदीकि परिजनों के साथ पीते समय ग्लास टकराया करते थे। उनका मानना था कि कांच के टकराने की आवाज घंटियों की आवाज सी मीठी होती है।
इसके अलावा यूरोप के कुछ हिस्सों में माना जाता था कि ग्लास के टकराने से जो आवाज आती है, उससे शैतान और बुराईयों को दूर रखा जाता है। इसलिए शुभ मौकों पर वो आवाज कर उन्हें दूर किया करते थे।
इसके अलावा लोग यह भी मानते थे कि पीते समय सभी इंद्रियों को शामिल किया जाना चाहिए। आँखों से आप वाइन देखते हैं, नाक से उसकी सुगंध का अनुभव करते हैं, मुंह से पीते हैं। तो
‘Cheers’ करने से छूने और सुनने का भी काम हो जाता है और शराब का मजा दोगुना हो जाता है।
इसके अलावा एक थियोरी यह भी है कि चियर्स करते टाइम वाइन एक ग्लास से दूसरे ग्लास में छलकती है। सेना में लोग इसके बाद एक साथ वाइन का घूंट लेते थे। इसके पीछे वजह यह थी कि एक साथ मिलने और एक ही बोतल से निकलने के कारण यह तय हो जाता था कि किसी ने शराब में जहर नहीं मिलाया है।
और हाँ, हम अप्रैल फूल नहीं बना रहे हैं!!