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ये शख्स क्यों कटवाना चाहता है अपने हाथ-पैर, वजह जान आप भी रह जाएंगे भौचक्के

टीम फिरकी, नई दिल्ली Published by: Ayush Jha Updated Tue, 25 Jun 2019 03:06 PM IST
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अब्दुल बजनदार
अब्दुल बजनदार - फोटो : social media
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इन दिनों बांग्लादेश के "ट्री मैन" का बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। पूरी दुनिया में अपने शरीर पर पेड़ जैसी संरचना उभरने की वजह से 'ट्री मैन' (Tree Man) के नाम से मशहूर होने वाले बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल बजनदार (Abdul Bajandar) ने  सोमवार को कहा कि वह अपने हाथों को असहनीय दर्द से राहत पाने के लिए कटवाना चाहते हैं।

आपको बता दें कि अब्दुल एक अजीब बीमारी एपिडर्मोडिसप्लासिया वेरुसीफॉरमिस (Epidermodysplasia Verruciformis) से जूझ रहे हैं। इस बीमारी को 'ट्री मैन सिंड्रोम' के नाम से भी जाना जाता है, जिस कारण उसके हाथ और पैर पर बार-बार पेड़ की शाखाओं जैसी आकृतियां उभर आती हैं। 

इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए 2016 से लेकर अब तक अब्दुल बजनदार के 25 ऑपरेशन हो चुके हैं। डॉक्टरों का मानना था कि उसने इस बीमारी को मात दे दी है, लेकिन बजनदार पिछले साल मई में ढाका के एक क्लीनिक से भाग गया था। अब्दुल की बिगड़ती हालत को देख उसके पिता ने उसे फिर से अस्पताल में भर्ती कराया, इस बार उनके हाथ पर पहले से भी लंबी पेड़ जैसी संरचनाएं उभर आईं हैं। 

 
अब्दुल ने एएफपी को बताया, ‘‘मैं इस दर्द को अब और सहन नहीं कर सकता। मैं रात में सो नहीं सकता। मैं अपने डॉक्टरों से मेरे हाथ काटने के लिए बोला है ताकि मुझे दर्द से कम-से-कम कुछ राहत मिल सके।’’ अब्दुल ने कहा कि वह अपनी इस बीमारी का इलाज करवाने के लिए विदेश जाना चाहता है, लेकिन इसके लिए उसके पास उतने पैसें नहीं हैं।

 
अब्दुल की मां अमीना बीबी अपने बेटे की गुहार का समर्थन करती हैं, उन्होंने कहा, "कम से कम उन्हें दर्द से तो निजात मिलेगी यह नर्क जैसी स्थिति है ", वहीं ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मुख्य प्लास्टिक सर्जन सामंत लाल सेन ने कहा कि सात डॉक्टरों का एक बोर्ड मंगलवार को अब्दुल की स्थिति पर चर्चा करेगा। 

 
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बाजंदर की बीमारी का मुद्दा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामने आने के बाद उसका मुफ्त इलाज कराने का वादा किया है। ऐसा माना जाता है कि दुनिया भर में करीब छह लोगों को यह बीमारी है। इससे पहले इसी अस्पताल ने साल 2017 में इस बीमारी से जूझ रही एक बांग्लोदशी लड़की का इलाज भी किया था।
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