Home Omg After Sniffing Out Landmine For Years In Cambodia Heroic Rat Magawa Retires From His Service

इस चूहे ने बचाई है हजारों लोगों की जानें, हुआ है कई पुरस्कारों से सम्मानित

टीम फिरकी, नई दिल्ली Published by: संकल्प सिंह Updated Mon, 07 Jun 2021 02:23 PM IST
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मगावा चूहा
मगावा चूहा - फोटो : Social media
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कुत्तों की सूंघने की क्षमता से हर कोई वाकिफ है। इनकी सूंघने की शक्ति साधारण लोगों की अपेक्षा कई गुना ज्यादा अधिक होती है। इसी वजह से इनका उपयोग बम निरोधक दस्ते के साथ-साथ सेना और पुलिस के कई विभाग करते हैं। अपनी गजब की सूंघने की शक्ति के चलते ये फौरन ही पुलिस को मुख्य हॉटस्पॉट तक पहुंचा देते हैं, जहां पर वारदात हुई है या होने वाली है। ये तो रही बात कुत्तों की पर क्या कभी आपने किसी चूहे के बारे में सुना है, जो अपनी सूंघने की क्षमता को लेकर किसी विशेष टीम का हिस्सा रहा हो? जी हां! एक ऐसा चूहां भी है, जिसकी सूंघने की शक्ति कमाल की है। कंबोडिया का ये चूहा मगावा पिछले लंबे समय से अपनी सूंघने की क्षमता को लेकर चर्चा में रहा है। कुछ सालों से ये चूहा एक विशेष टीम का हिस्सा था और अब जाकर सेवानिवृत्त हुआ है। अपने कार्यकाल के दौरान इस चूहे ने 99 से भी ज्यादा बारूदी सुरंगों का पता लगाया, जिसके चलते हजारों लोगों की जानें बची। इस चूहे की चर्चा इन दिनों हर तरफ हो रही है। देश-विदेश के चर्चित अखबारों में इसका नाम आ रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये चूहा अफ्रीकी नस्ल का है। इसका नाम मगावा है। अपनी सर्विस के दौरान मगावा ने करीबन 99 बारूदी सुरंगों को ढूंढ कर हजारों लोगों की जानें बचाई हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस चूहे की सूंघने की शक्ति के आगे महंगी से महंगी मशीनें भी फेल हैं। चूहे की इसी काबिलियत के कारण इसको कुछ सालों पहले एक स्पेशल टीम में शामिल किया गया था।
अब जबकि ये चूहा अपनी सर्विस से रिटायर हो चुका है, तो इसकी बहादुरी के किस्से सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन रहें हैं। इस चूहे की उम्र 7 साल है और इसे कुछ वक्त पहले कंबोडिया में बारूदी सुरंगों का पता लगाने के लिए ट्रेनिंग दी गई थी। अपने प्रशिक्षण के बाद इस चूहे ने कंबोडिया में कई बारूदी  सुरंगों और विस्फोटकों का पता लगाया।
कुछ समय पहले ब्रिटेन की एक चैरिटी पीडीएसए ने मगावा को उसकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ब्रिटेन की ये संस्था हर साल अच्छा काम करने वाले जानवरों को सम्मानित करती है। हालांकि ये पहली बार था जब इस संस्था ने किसी चूहे को सम्मानित किया था। 
सेवानिवृत्त होने के बाद भी चूहा पूरी तरह स्वस्थ है। रिटायर होने के बाद मगावा की चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है। मगावा के साहसी किस्सों को सुनकर कई लोग हैरान हैं। मगावा के प्रशिक्षक के मुताबिक अपने कार्यकाल के दौरान इसने कई बहादुरी भरे कार्य किए, जिसके चलते कंबोडिया में होने वाली कई जानलेवा घटनाओं को रोका जा सका।
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