इस विशाल दुनिया में इतना कुछ अद्भुत और अनोखा समाया हुआ है कि जितना मिलता जाए कम है। बचपन से हम सभी पढ़ते आए हैं कि पेड़-पौधे भी हमारी तरह 'लिविंग थिंग्स' में गिने जाते हैं। मतलब उनमें भी जान होती है। लेकिन एक सवाल मन में हुआ करता था कि इंसानों को चोट लगने पर शरीर से खून निकलता है तो पेड़ पौधों को काटने पर ऐसा क्यों नहीं होता। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के विषय में बताएंगे जिसे काटने पर वाकई में खून निकलता है।
दक्षिणी अफ्रीका के इलाकों में एक तरह का पेड़ पाया जाता है, जिसे वहां की भाषा में कियात, मुकवा और मुनिंगा कहते हैं। इस पेड़ को ‘ब्लडवुड ट्री’ भी कहते हैं। दरअसल, पेड़ को यह नाम दिया गया है, क्योंकि इसे जब काटा जाता है तो उसमें से खून जैसा लाल रंग का एक पदार्थ निकलता है।
पेड़ से निकलने वाला लाल रंग का चिपचिपा पदार्थ बड़ी काम की चीज है। जिसे अफ्रीका के लोग अनेक तरह के कामों में इस्तेमाल करते हैं। इसे जानवरों की चर्बी के साथ मिलाकर कॉस्मेटिक बनाए जाते हैं। साथ ही, दवा के रूप में भी काम आता है। लोग इसे दाद, कट जाने पर, आंखों की समस्या, मलेरिया, और पेट की समस्याओं के लिए इस्तेमाल करते हैं।
इस पेड़ की मांग को देखते हुए दक्षिण अफ्रीका में इसे भारी मात्रा में उगाया जाता है। ये पेड़ देखने में काफी खूबसूरत होता है और 12 से 18 मीटर लंबा होता है। ब्लडवुड के हरे-भरे पेड़ को यदि काटकर सुखाया भी जाए, तो यह बहुत कम सिकुड़ता है। इस पेड़ की लकड़ी लंबे समय तक टिकती भी है। इसकी लकड़ी से बेहतरीन फर्नीचर बनते हैं।