एक फैसले के चलते इंसान ने काटी 25 साल की सजा, फिर ऐसे मिला 4.7 करोड़ का मुआवजा
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
Pankhuri Singh
Updated Tue, 08 Jan 2019 06:41 PM IST
कानून का सबसे बड़ा सिद्धांत है कि, भले ही 100 गुनहगार छूट जाएं लेकिन एक भी बेकसूर को सजा नहीं होनी चाहिए। लेकिन आज से 25 साल पहले चीन में बेकसूर व्यक्ति के साथ कानून ने कुछ ऐसा किया जिससे एक बेकसूर को बिना वजह इतने सालों तक जेल में सजा काटनी पड़ी।
दरअसल, लियु झोंगलिन जो चीन से हैं को एक 18 साल की लड़की के कत्ल के आरोप में 25 साल की सजा काटनी पड़ी। हाल ही में, जब पता चला कि वो निर्दोष हैं, तो सरकार ने उन्हें 4.7 करोड़ का मुआवजा देने की घोषणा की है। लियु, चीन के जिलिन प्रांत की जेल में बंद थे।
इस गलत आरोप की वजह से लियू की जिंदगी के 25 अहम साल जेल में बर्बाद हो चुके हैं।जिसको मद्देनजर रखते हुए अदालत ने लियु झोंगलिन को 4.6 मिलियन युआन देने का आदेश दिया है। ये मामला साल 1990 का है, जब एक व्यक्ति को डोंगलिओ काउंटी के खेत मे महिला की लाश मिली थी।जांच पड़ताल और मुकदमे के बाद लियू पर आरोप लगे और उसे दोषी करार दिया गया।
लियु को जब गिरफ्तार किया गया था, तो उनकी उम्र 22 वर्ष थी।अब वो 50 साल के हो चुके हैं।वर्ष 1994 में कोर्ट ने लियु की मौत की सजा को बर्खास्त कर दिया, बाद में प्रांतीय उच्चतर लोक अदालत ने सही ठहराया।
लियू 2016 में जेल से छूट गए। 25 साल कैद के फैसले को अप्रैल 2018 में हाई कोर्ट ने यह कहते हुए वापस लिया की उनपर लगे आरोप झूठे और अस्पष्ट थे। लियू के मुताबिक, कितना भी मुआवजा दे दिया जाये लेकिन उनकी जिंदगी के अनमोल 25 साल खो चुके हैं।