आपने स्कूल, कॉलेज या दफ्तर में छुट्टी के लिए कभी कोई न कोई बहाना तो जरूर बनाया होगा। अधिकतर लोगो को जब छुट्टी चाहिए होती है, तो वह ऑल टाइम फेवरेट बहाना होता है 'पेट में दर्द' ये बहाना ऐसा है कि सीधा निशाना पर लगता है। समय के साथ लोग भी आधुनिक हो गए है और देखा जाए तो उनके बहाने भी बदल गए है, लेकिन कैसा हो यदि छुट्टियां देने वाला शख्स ही जबरदस्त बहाना बनाकर खुद छुट्टी पर जाने लगे।
ऐसा ही एक मामला चीन में देखने को मिला जहां बच्चों को झूठ व गलत काम न करने की शिक्षा देने वाले टीचर ने खुद ही यह कारनामा कर डाला। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टीचर का नाम 'दु' और वह एक प्राइवेट स्कूल में इंग्लिश टीचर हैं। इन जनाब को लंबी छुट्टी लेनी थी इसलिए उन्होंने खुद को टीबी से पीड़ित बताया।
इतना ही नही अपनी बात को सच साबित करने के लिए उन्होंने फर्जी रिपोर्ट भी तैयार करवाई। जिसके लिए अच्छा खासा पैसा भी खर्च किया है। 'दु' ने अपने सीने की फर्जी एक्स-रे और डायग्नोसिस रिपोर्ट तैयार करने के लिए 470 युआन (करीब 4800 रुपये) खर्च किए और खुद को टीबी का मरीज दिखाते हुए स्कूल प्रशासन को रिपोर्ट सौंप दिया और बीमारी के लिए छुटटी मांगी।
स्कूल प्रशासन को लगा कि यह एक गंभीर बीमारी है इसलिए उन्होंने खुद तय किया कि कैम्प लगवाकर वह हर बच्चे और स्टाफ का मेडिकल चेकअप करवाएंगे। इस कैम्प में दिलचस्प बात यह रही कि स्कूल के दो बच्चों में यह बीमारी पाई भी गई। यह सब देख मास्टर साहब डर गए और उन्होंने दोबारा ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर,फिर से पैसे खर्च करके नई डायग्नोसिस रिपोर्ट बनवाई। जिसके मुताबिक उनकी टीबी ठीक हो गई है।
स्कूल ने 'दु' की इस नई रिपोर्ट को सही नहीं माना और उन्हें तीसरी बार जांच करवाने के लिए एक अस्पताल भेजा गया। वहां 'दु' का फिर से चेकअप हुआ और पाया गया कि उन्हें टीबी नहीं है। इतना ही नहीं, डॉक्टरों ने मास्टर साहब की पहले जमा की गई फर्जी रिपोर्ट की भी पोल खोल दी।
एक्स-रे रिपोर्ट देखकर यह भी बता दिया कि पूर्व में जमा किए गए रिपोर्ट्स किसी और शख्स के हैं। फिलहाल 'दु' साहब को छुटटी मिली या नहीं, उनके झूठ बोलने पर उन पर कोई कार्रवाई हुई या नहीं यह तो पता नहीं लग पाया है। लेकिन सीख जरुर मिली कि झूठ पकड़ा ही जाता है चाहे कैसा भी हो।