भारत के रेड कॉर्नर नोटिस के बाद भगोड़ा हीरा व्यापारी नीरव मोदी लंदन में गिरफ्तार हो गया है। पिछले दिनों नीरव मोदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था जिसमें वह मीडिया से 'नो कमेंट्स' कहता नजर आ रहा था। इंग्लैंड के अखबार टेलीग्राफ 'द टेलीग्राफ' का रिपोर्टर नीरव मोदी से कई सवाल पूछता है, मगर नीरव मोदी किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर देता है। नीरव मोदी से ये सवाल किया गया कि वो भारत कब जा रहे हैं, इस सवाल के जवाब में भी उन्होंने कहा कि था कि 'नो कमेंट'।
लंदन की सड़कों पर घूमते भगोड़े नीरव मोदी से रिपोर्टर करीब 6 सवाल पूछता है, मगर वह कोई जवाब नहीं देता है मगर डायमंड कारोबारी हर सवाल को टालता जाता है और कहता है 'नो कमेंट्स'। फिलहाल, लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने गिरफ्तारी का वारंट जारी किया, जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तारी कर ली है। 'नो कमेंट्स' के जवाब में नीरव मोदी को बड़ा करंट लग गया है।
जनवरी, 2018 में भारत से फरार हुआ था नीरव मोदी
नीरव मोदी का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ थी, जिसमें वह पिंक रंग के शर्ट और ब्लैक जैकेट में दिख रहा है। चेहरे पर बढ़ी दाढ़ियों की वजह से उसका चेहरा पहले से थोड़ा अलग लग रहा है। बता दें, नीरव मोदी भारतीय बैंकों का करीब 13 हजार करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया था। बीते दिनों उसे लंदन में देखा गया था। इसके बाद भारतीय जांच एजेंसियों उसे भारत वापस लाने की कवायद में जुट गई है। जनवरी, 2018 में नीरव मोदी भारत से फरार हुआ था।
स्कॉटलैंड पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक, भारतीय एजेंसियों की शिकायत के आधार पर 48 साल के नीरव मोदी को गिरफ्तार कर लिया गया है। नीरव मोदी की ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेशी के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। अब नीरव मोदी मामले की अगली सुनवाई 25 मार्च को होगी।
नीरव मोदी की गिरफ्तारी के बाद प्रत्यर्पण का प्रयास करेगी भारत सरकार
नीरव मोदी की गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार ब्रिटेन से प्रत्यर्पण का प्रयास करेगी। सूत्रों के मुताबिक, अब भारत से सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम लंदन के लिए रवाना होगी। इस बीच नीरव मोदी मामले को लेकर CBI और ED की टीम लगातार UK अथॉरिटी और लंदन में मौजूद भारतीय हाई कमीशन के संपर्क में है।
सूत्रों के मुताबिक, CBI ने नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जमा किया है। जुलाई में इंटरपोल ने नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसके तहत 192 देशों को कहा गया था अगर नीरव मोदी उनके यहां है तो उसे गिरफ्तार कर भारत भेजा जाए। नीरव मोदी और मेहुल चोकसी दोनों की ही CBI और ED जांच कर रहे हैं। इंटरपोल ने 2 महीने पहले खुलासा किया था कि नीरव मोदी इससे पहले 6 देशों की यात्रा कर चुका है। विदेश मंत्रालय ने उसके पासपोर्ट पर रोक लगा दी है। इसके बावजूद वो विदेश में यात्रा कर रहा है।
नीरव मोदी पर है यह आरोप
भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी पर पीएनबी बैंक से 13,700 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है। बताया जाता है कि नीरव को फायदा पहुंचाने के लिए पीएनबी के अधिकारियों ने गलत तरीकों का इस्तेमाल किया। इसके चलते उसकी कंपनी को विदेशी बैंकों से पैसे हासिल हुए। इस घोटाले के खुलासे के बाद जनवरी, 2018 में नीरव मोदी भारत से फरार हुआ था। ईडी ने 15 फरवरी, 2018 को पीएमएलए के प्रावधानों के तहत नीरव मोदी और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। तभी से ईडी, सीबीआई समेत कई जांच एजेंसियों को उसकी तलाश थी।
विजय माल्या से अलग है नीरव मोदी का केस
विजय माल्या के मामले की नीरव मोदी के मामले से तुलना करते हैं तो उसमें काफी अंतर है। क्योंकि, विजय माल्या पर भारत में बैंकों के लोन को डिफॉल्ट घोषित कर लंदन भाग जाने का आरोप है। जबकि नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने विदेश में कर्ज लेने के लिए धोखे से गारंटी पत्र (एलओयू) हासिल करके पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13000 करोड़ रुपये का चूना लगाया।
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जनवरी, 2018 में भारत से फरार हुआ था नीरव मोदी
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