भारत का पहला किन्नरों का 'म्यूजिकल बैंड', बड़ी रोचक है '6 पैक बैंड' की कहानी
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
Pankhuri Singh
Updated Wed, 13 Feb 2019 12:45 PM IST
कहते हैं चाहो तो कुछ भी मुमकिन है, मुश्किलें कितनी भी हो अगर ठान ली जाये तो जीत हो ही जाती है। ये देश के उस समुदाय के 6 लोगों की कहानी है जिन्हे सामाज में अस्वीकार्यता और अपमान के अलावा कुछ नहीं मिला। लेकिन अपनी प्रतिभा के दम पर इन्होने वो हांसिल किया लोग जिसका सपना देखते हैं।
साल 2016 में इंडिया का पहला ट्रांसजेंडर बैंड लॉन्च हुआ, जिसका नाम है '6 पैक बैंड'। सिंगर सोनू निगम ने इस म्यूजिकल ग्रुप को लॉन्च किया था। इस म्यूजिकल ग्रुप की शुरुआत काफी अच्छी रही, जिसमें उन्होंने फरेल विलियम्स का कवर वर्जन "हैप्पी" गाया।
आज ये म्यूज़िकल ग्रुप अब एक नए मुकाम पर पहुंच गया है। इस '6 पैक बैंड' नाम के म्यूजिकल ग्रुप में 6 लोग हैं जिसमें- फिदा खान, रविना जगताप, आशा जगताप, चांदनी सुवर्णकर, कोमल जगताप और भाविका पाटिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, इस बैंड को बनाने और उसे यहां तक पहुंचाने में मशहूर प्रॉड्क्शन हाउस 'यशराज फिल्मस' का हाथ है। साल 2016 में आए फरेल विलियम्स के कवर सॉन्ग जिसमें आशीष पाटिल थे उन्होंने एक मीडिया हाउस को कहा कि ये बात सभी जानते हैं कि ये कम्युनिटी ट्रैफ़िक सिग्नल पर भीख मांगने के अलावा कुछ नहीं करती है। न तो इन्हें कोई जॉब देता है, न ही इन्हें कोई समाज में स्वीकारता है।
2017 में इस बैंड को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली, जब इंडिया की तरफ से कांस फेस्टिवल में परफॉर्म करने वाला ये इकलौता बैंड था। यही नहीं ये बैंड कांन्स ग्रैंड प्रिक्स ग्लास लायंस अवार्ड और नाइन एमवीस अवार्ड्स में भी जीता।
6 पैक बैंड फिल्म सुल्तान में दिख चुका है। "रौला पे गया" गाने में राहत फतेह अली खान के साथ उन्होंने आवाज भी दी है। इसके अलावा ये ग्रुप कई कॉरपरेट्स पार्टी और यूनिवर्सिटी में परफॉर्म कर चुका है।
साभार: yfilms (youtube)