विश्व में हर देश की अपनी अलग सांस्कृतिक पहचान होती है। उसकी यही सांस्कृतिक पहचान उसको औरों से अलग और अनोखा बनाती है। दुनिया भर में आपको विभिन्न मतों को मानने वाले लोग मिलेंगे। उनकी वेशभूषा, खान-पान और रहने के अंदाज में जमीन-आसमान का फर्क मिलेगा। किसी भी देश की सांस्कृतिक बनावट के पीछे भौगोलिक और धार्मिक वजहों का बहुत बड़ा योगदान होता है। इसी कड़ी में भारत का पड़ोसी देश म्यांमार अपनी खास संस्कृति को लेकर खूब चर्चा में रहता है। इस देश को 'गोल्डन लैंड' यानी 'स्वर्णभूमि' बोला जाता है। म्यांमार के कुछ शहरों जैसे मंडालय और यंगून में कई चीजें सोने की बनी हुई हैं। इस शहर में जब कभी आप घूमने जाएंगे तो यहां आपको कई सोने के चमकते हुए स्तूपों से पैगोडा दिखाई देगा। इस देश की संस्कृति में सोने को काफी पवित्र माना जाता है। यहां पर शराब से लेकर खाने पीने की कई चीजों में सोने का इस्तेमाल किया जाता है।
इस देश में आपको हर तरफ सोना ही सोना नजर आएगा। आपको जानकर आश्चर्य होगा लेकिन मांडले की पहाड़ियों पर 700 से भी ज्यादा सोने के मंदिर हैं। कई शताब्दी वर्ष पहले बौद्ध धर्म का विस्तार म्यांमार में हुआ था। इसी वजह से यहां पर बौद्ध संप्रदाय से जुड़े लोग ज्यादा रहते हैं। बौद्ध धर्म में सोने का एक खास महत्व है।
बौद्ध धर्म के लोग सोने को सूर्य का प्रतीक मानते हैं और सूर्य ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है। यही एक बड़ी वजह है, जिसके चलते म्यांमार में सोने को पवित्र माना जाता है। इस देश में परंपरागत ढंग से सोने को अलंकृत किया जाता है। इस बात का भी खास ध्यान रखा जाता है कि सोने की शुद्धता में कोई कमी नहीं आए।
इस देश में सोने को विभिन्न रूपों में सजा-धजाकर उसे भगवान बुद्ध को श्रद्धापूर्ण ढंग से अर्पित किया जाता है। कई खास मौके पर लोग चाल और सब्जियों में सोने की छोटे-छोटे टुकड़े डालते हैं। यहां की लड़कियां सोने की विभिन्न चीजों का श्रृंगार करती हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा, यहां की महिलाएं केले और सोने के बने फेस मास्क पहनती हैं।
इन लोगों का मानना है कि सोना चेहरे की त्वचा के अंदर जाता है, जिसके चलते मुस्कान पहले से ज्यादा सुंदर हो जाती है। इसके अलावा यहां के लोग सोने का प्रयोग पारंपरिक दवाइयों और फेस क्रीम में भी करते हैं। यहां पर हजारों मंदिर सोने के बने हुए हैं। इस देश की यही खास बात अक्सर देश-विदेश में खूब सुर्खियां बटोरती है।
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म्यांमार को 'गोल्डन लैंड' यानी 'स्वर्णभूमी' बोला जाता है। इस देश की संस्कृति में सोने को काफी पवित्र माना जाता है। यहां पर शराब से लेकर खाने पीने की कई चीजों में भी सोने का इस्तेमाल किया जाता है।