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Satire: अब किसको महकाएगा समाजवादी परफ्यूम?

टीम फिरकी, नई दिल्ली Published by: राजेश मिश्रा Updated Fri, 24 Dec 2021 06:07 PM IST
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समाजवादी परफ्यूम पर लगा बैन
समाजवादी परफ्यूम पर लगा बैन - फोटो : istock
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समाजवादी परफ्यूम लाॅन्च करने वाले इत्र कारोबारी के घर इनकम टैक्स ने छापा मारा है। इनकम टैक्स की टीम नोट गिनने की मशीन लेकर पहुंची थी शायद उसे पहले से पता लग गया था कि यहां पर बड़ी नोटें रखी हुई हैं, तभी तो मशीन भी साथ लेकर आई थी। अब देखना है कि इत्र से कौन महकता है। वैसे तो कंपनी ने समाजवादी इत्र लाॅन्च किया था, लेकिन इनकम टैक्स वालों ने सब कबाड़ा कर दिया।  बताया जा रहा है कि जीएसटी टीम की समाजवादी इत्र बनाने वाले कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। अभी तक जो जानकारी सामने आई है कि समाजवादी इत्र बनाने वाले कारोबारी ने 150 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है। वह इन पैसों और इत्र से किसके घर में महक बिखरने वाले थे, तो आप इत्र का नाम सुनकर अंदाजा लगा ही लिए होंगे। इत्र कारोबारी पीयूष जैन ने राजधानी लखनऊ में समाजवादी परफ्यूम को लांच किया था, तो इस मौके पर फिर मुख्यमंत्री बनने के लिए लाइन में लगे अखिलश यादव भी मौजूद थे। लखनऊ में खुद अखिलेश ने समाजवादी परफ्यूम लाॅन्च किया और फैक्ट्री डिंपल के चुनावी क्षेत्र कन्नौज में स्थित है। मतलब साफ है कि इत्र बनता कन्नौज में है और महकता लखनऊ है। 

अभी तक तो इत्र कारोबारी का धंधा आराम से चल रहा था, लेकिन समाजवादी परफ्यूम लाॅन्च करते ही निशाने पर आ गए। अब मन में सोच रहे होंगे कि कहां से समाजवादी इत्र बना दिया, बनाना था भाजपाई परफ्यूम। इनकम टैक्स वालों को समाजवादी परफ्यूम की खुशबू इतनी खराब लगी कि उन्होंने कहा कि अब इसे बनाने वाले को सही करना है। लग रहा है कि बहुत पैसा रखा है। अब कारोबारी को घर वाले भी गरिया रहे होंगे और बना समाजवादी परफ्यूम और महका अखिलेश को। अब तो समय ही बताएगा इत्र से महकता कौन है। 

जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की टीम ने गुरुवार को कर चोरी की आशंका में गुरुवार सुबह इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर, फैक्ट्री, ऑफिस, कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पंप सभी जगह पर छापा मारा था कि कहीं ना कहीं, तो कुछ मिलेगा। डीजीजीआई ने कानपुर, कन्नौज, गुजरात, मुंबई स्थित प्रतिष्ठानों पर एक साथ कार्रवाई की है। 

कारोबारी पीयूष जैन ने अभी एक महीने पहले ही समाजवादी इत्र को लॉन्च किया था। अधिकारियों ने मौके से दस्तावेज और नकदी जब्त की है। बताया जा रहा है कि नोट गिनने वाली मशीन भी रखे थे। कारोबारी डिंपल के चुनावी क्षेत्र कन्नौज के छिपत्ती के रहने वाले हैं और इस समय जूही थानाक्षेत्र के आनंदपुरी में रहते हैं।

बताया जाता है कि कारोबारी पीयूष जैन का सपा नेता से करीबी रिश्ता है। यह सिर्फ इत्र ही नहीं बनाते हैं बल्कि कन्नौज में इनकी इत्र की फैक्ट्री, कोल्डस्टोरेज और पेट्रोल पंप भी हैं। इत्र बनाने वाली कंपनी का हेड ऑफिस मायानगरी मुंबई में है और वहां पर इनका एक घर भी है। गुरुवार सुबह ही मुंबई की एक टीम कानपुर के अधिकारियों के साथ आनंदपुरी स्थित घर पहुंची। शायद अधिकारियों को पैसों के बारे में पहले ही पता चल गया था तभी टीम अपने साथ नोट गिनने वाली एक दो नहीं बल्कि चार मशीनें लाई थी। 

हां भाई कोई ऐसा वैसा आदमी तो समाजवादी परफ्यूम लांच करेगा नहीं। बदन से महकी खुशबू के असर से गली और बाजार भी महक हो उठते हैं। पारपंरिक तरीके और प्राकृतिक पदार्थों से इत्र बनाया जाता है और यह एक खुशबूदार तेल होता है। इत्र को बनाने में किसी तरह के कैमिकल का इस्तेमाल नहीं होता है। इत्र की सबसे खासियत है कि इससे न तो आपके स्किन को किसी तरह का खतरा होता है और इसकी खुशबू का असर काफी देर तक बना रहता है।

लेकिन चुनावी समर में इस इत्र से सत्ता में बैठी पार्टी को शायद खतरा महसूस होने लगा था, क्योंकि उसको लगा कि यह इत्र उसको नुकसान पहुंचा सकता है। तभी तो कंपनी में टैक्सी चोरी का पता समाजवादी परफ्यूम लांच करने के एक महीने बाद लगी और छापा पड़ा। अभी तो जो जानकारी सामने आई है कि उससे सबसे बड़ी बात यह पता चली है कि कारोबारी ने 150 करोड़ की टैक्स चोरी की है। तस्वीरों में सिर्फ चारों तरफ नोटों की गड्डियां ही नजर आ रही हैं और अधिकारी उनको गिनते हुए। अब इन नोटों से बनने वाले इत्र से वो किसे महकाने वाले थे अब तो आप समझ ही गए होंगे। 24 घंटों से नोटों की गिनती जारी है। 

पीयूष जैन के परिवार में एक शख्स हैं पम्मी जैन और यह अखिलेश की समाजवादी पार्टी के नेता हैं। माना जाता है कि वह सपा के फाइनेंसर भी हैं। अब तो आप पूरा मामला समझ गए होंगे कि आखिर माजरा क्या है। समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन पम्मी ने बताया था कि इस इत्र को 2 वैज्ञानिकों को 4 महीने में तैयार किया था। इस इत्र में कश्मीर से कन्याकुमारी तक के 22 प्राकृतिक इत्रों का इस्तेमाल किया था। 9 नंवबर को अखिलेश यादव ने समाजवादी इत्र को लाॅन्च किया था। 

अब कहा जा रहा है कि कारोबारी पीयूष जैन को समाजवादी इत्र लाॅन्च करने की सजा मिली है, लेकिन यह सच तो नहीं हैं। कारोबारी के घर में मिली नोटों की गड्डियां झूठ तो नहीं बोल रही हैं। 24 घंटे से मशीने कागज तो गिन नहीं रहीं होंगी। तस्वीरों में घर का नजारा देखकर लोग हैरान हैं, क्योंकि घर का कोना-कोना नोटों से पटा पड़ा है। आलमारियों में नोटों के बंडल बनाकर रखे गए हैं। इससे पहले भी सपा नेताओं पर छापे पड़े थे। इनमें से एक नेता ने कहा था कि मेरे घर से तो सिर्फ 17 हजार रुपये मिले थे। शायद इसीलिए इस बार आयकर विभाग वाले कैमरा लेकर आए होंगे कि इस बार दिखाएंगे भाई ये लोग कहां कहां पैसे छिपाकर रखें हैं। लो जी अब और करो समाजवादी इत्र लाॅन्च। अब देखना होगा कि इस समाजवादी इत्र से महकता कौन है?

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