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हाल ही में मुजफ्फरनगर में कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस हादसे ने देश भर के लोगों को झकझोर कर रख दिया। हादसे में रेलवे की लापरवाही की पोल खुली। एक तरफ हमारे यहां सामान्य रेल रूटों पर आए दिन हादसे होते हैं, वहीं दुनिया में कुछ ऐसे रेल रूट भी है जहां हल पल मौत का खतरा बना रहता है। यहां हम आपको दुनिया का दस ऐसे रेलवे रूटों से रुबरू कराते हैं जो सबसे खतरनाक माने जाते हैं। गजब की बात यह है कि यही रूट बेहद शानदार भी कहे जाते हैं। कुल मिलाकर इन रेल रूटों पर चलना एक साथ एक वक्त में जन्नत और जहन्नुम का सफर करने जैसा है।
राजधानी जकार्ता से बैनडंग के बीच सफर करने पर रेलगाड़ी एक बेहद ऊंचे और खतरनाक पुल से गुजरती है। इस पुल में फेंसिंग नहीं है, जिससे यह और भयावह लगता है। इस पुल से गाड़ी गुजरते ही यात्रियों के पेट में गुदगुदी शुरू हो जाती है। डर के मारे कुछ यात्रियों की चीख तक निकल जाती है। पुल से अगर नीचे की ओर ध्यान न दें तो तो खूबसूरत वादियां बड़ी मनमोहक लगती है। यानी लोहे के इस पुल से गुजरने पर यात्री एक साथ जन्नत और जहन्नुम का सफर करते हैं। इस पुल पर 2002 में एक दुर्घटना हुई थी। रेलगाड़ी पटरी से उतर गई थी, लेकिन इसे चमत्कार की कहिए कि किसी भी यात्री को चोट नहीं आई थी।
कंबोडिया में फ्रांसीसियों ने रेल रूट बनाए थे, लेकिन खूंखार खमेर रूज शासन ने उन्हें तबाह कर दिया। तब स्थानीय लोगों ने घरेलू कामों के लिए हाथ से बनी बांस गाड़ियों का रेल रूट पर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। बांस की इन गाड़ियों पर सफर करना मजेदार तो था लेकिन किसी जोखिम से भी कम नहीं था। आज बांस की इन गाड़ियों का इस्तेमाल पर्यटकों को लुभाने के लिए किया जाता है।
जंग पर बनी एक फिल्म Bridge on the River Kwai है। इस रेलरूट की कहानी भी ठीक फिल्म के जैसी है। द डेथ रेलवे रूट मयामार की सीमा से सटे थाईलैंड के कंचनबुरी प्रांत में है। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जब इस रेल रूट को जापानियों ने बनाया तब सैकड़ों अंग्रेज और ब्रिटिश युद्ध कैदियों की जान इसके निर्माण के दौरान चली गई थी। यह रेल रूट 0नदी के किनारे-किनारे हरे-भरे और घने जंगलों से होकर गुजरता और यात्रियों को बेहद शानदार नजारों का दीदार होता है।
क्या आप ऐसी रेलगाड़ी से सफर करना चाहेंगे जो किसी दहकती ज्वालामुखी से होकर गुजरती हो? विश्वास करना कठिन है लेकिन यह सच है कि जापान का मिनामी ट्रेन रूट ऐसे इलाके से गुजरता है जहां जहां जिंदा ज्वालामुखियों की भरमार है। यहां रेल अथॉरिटी को भी पता नहीं होता कि कब और कहां विस्फोट हो जाए। इस ट्रेन से गुजरते वक्त जवालामुखी के लावा से तबाह हुए पेड़ दिखाई देते हैं।
इक्वाडोर में नारिज डेल डिआबलो ट्रेन रूट को शैतान की नाम के नाम से भी जाना जाता है। यह रेल रूट पहाड़ों पर 9000 फुट वाले एल्टीट्यूड की ऊंचाई से गुजरता है। यह रेल रूट दुनिया के सबसे खतरनाक रेल रूटों में शामिल है।
इस रेल रूट से गुजरने पर आदमी सिट्टी-बिट्टी गुम हो जाती है। रेल रूट यहां कि बैरन जॉर्ज नेशनल पार्क में आने वाले शानदार जंगलों से होकर गुजरता है। इस रूट में कई झरने भी मिलते हैं, कहीं कहीं तो झरनों का पानी पूरी ट्रेन को भिगो देता है। यह रेल रूट उत्तरी कवींसलैंड स्थित दुनिया के हेरिटेज वर्षा वनों से गुजरता है।
2 किलोमीटर ज्यादा लंबा पुल इस रेल रूट को शानदार बनाता है। समंदर में बने इस पुल का निर्माण 1914 में हुआ था। इस पुल से गुजरने पर आपको कुछ देर के लिए कहीं भी जमीन नजर नहीं आएगी, केवल समंदर का पानी ही पानी नजर आएगा।
इस रेल रूट को पूरा करने में 27 साल लग गए थे। यह दुनिया के सबसे खतरनाक रेल रूटों में से एक है। पहाड़ों से गुजरते इस रूट में कई जगह जिगजैग वाली स्थिति होती है। इस रूट में ट्रेन ऐसी ऊंचाई से भी गुजरती है जहां बादल नीचे नजर आते हैं। इस रूट में 21 सुरंगें और 13 एक समान ऊंचे पुल पड़ते हैं।
अलास्का स्थित यह रेल रूट दरअसल एक नैरोगेज रूट है। यह कहीं कहीं एक दम खड़ी चट्टानों से होकर गुजरता है। यह रेल रूट 1898 में बनाया गया था, यह दुनिया के सबसे खतरनाक रेलवे रूटों में एक है। फिलहाल पर्यटकों के लिए लिए इसे इस्तेमाल में लाया जाता है।
यूएसए नैरोगेज रेलरूटों से भरा हुआ है, लेकिन यह वाला ऊंची चट्टानों-पहाड़ों से होकर गुजरता है, जिससे यह दुनिया का सबसे खतरनाक रूट माना जाता है। यह रूट क्लियर क्रीक काउंटी में बना है, इसे चांदी की खदानों तक पहुंचने के लिए बनाया गया था। इस रूट की सबसे खौफजदा करने वाली बात इसका डेविल्स गेट ब्रिज से गुजरना है। हिंदी में इस पुल को शैतानी पुल कहते हैं। इससे रेलगाड़ी इतने धीरे निकाली जाती है जितना संभव होता है।
सोर्स-
वंडर्सलिस्ट