Home Omg Oh Teri Ki 78 Year Old Indian Woman Eats Sand Daily For An Unbelievable Reason

78 साल की ये औरत पिछले 63 सालों से रेत खाकर ज़िंदा है!

shweta pandey/firkee.in Updated Mon, 14 Nov 2016 04:27 PM IST
विज्ञापन
क
विज्ञापन

विस्तार

कुसुमावती 78 साल की है। उत्तरप्रदेश के बनारस जिले की रहने वाली है। लगभग 63 सालों से रेत को एक डोज़ की तरह खाती है। इस औरत ने यह साबित कर दिया कि इंडिया में कुछ भी संभव है। और चौंकाने वाली बात तो ये है कि रेत खाकर ये औरत इसे पचा भी लेती है। चलिए कारण जानते हैं आखिर ऐसा क्यों... 

वह रोज करीबन 1 किलो रेत खाती है। कुसुमावती बताती है कि जब वह 15 साल की उम्र की थी तब वह बीमार पड़ गई थी। और उसका पेट फूलने लगा था। जिसके इलाज के दौरान डॉक्टर ने उसकी नाड़ी देखकर बताया कि आधा गिलास दूध और दो चम्मच बालू खाओ। उससे तुम्हें आराम मिलेगा। उसके बाद से ही उसे बालू खाने की आदत पड़ गई। कुछ दिनों तक उसने यह प्रक्रिया जारी राखी। लेकिन बीच में खाना छोड़ दिया जिसके बाद उसे यह समस्या दोबारा शुरू हो गई। लोग उसे डॉक्टरों के पास ले गए और कई टेस्ट भी कराये, लेकिन आराम नहीं मिला।

 दुबारा से उसने बालू खाना शुरू किया तो वह फिर से ठीक हो गई। उसके परिवार के लोग बताते हैं कि अब उसे बालू खाने की आदत पड़ चुकी है। जिसके कारण वो स्वस्थ भी रहती है और यही कारण है कि घर के लोग उसकी आदत छुड़ाने की कोशिश भी नहीं करते। ये तो गज़ब की आदत है। हर किसी के बस कि बात नहीं कि वो रेत खा कर पचा ले। 


अभी कुछ दिनो पहले एक लड़की के बारे में पढ़ा था। वो लड़की बचपन से लेकर 14 साल की उम्र तक सिर्फ़ पारले-जी बिस्कुट खा कर जिंदा है। उसे कभी खाना खाने क ज़रूरत ही नहीं महसूस हुई। ख़ैर पारले-जी तो ठीक है लेकिन ये रेत खा कर जिंदा रहना, थोड़ी हैरान करने वाली बात है। हम रेत खालें तो मर ही जाएं। डॉक्टरों के अनुसार उसे साइकायट्रिस्ट बीमारी है। ज्यादातर लोग इस बीमारी में किसी न किसी आदत का शिकार हो जाते हैं। डॉक्टरों का यह मानना है कि उसकी पाचन क्रिया सामान्य है इसीलिए वह बालू खाने से बीमार नहीं होती। यह बालू मल के द्वारा उनके पेट से निकल जाती है। उसे एक सही मानसिक इलाज की जरूरत है। 

हां ये बात एकदम सही है कि उसे कोई मानसिक बीमारी ही हुई है। दिमाग से स्वस्थय इंसान ऐसा अनोखा काम नहीं कर सकता...

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree