तब हम बहुत छोटे थे। मतलब मिडिल स्कूल से निकल चुके थे। इतने ही छोटे। लेकिन तब भी बात समझ में सब आती थी। और आती कैसे नहीं गांव के बच्चे। निपट धूथर। उन्हें तुम बात सुनाओ एक आगे जा के सुनाएंगे 5।
जैसे, उनसे कह दो, 'कल से नदी से दूर रहना है। सरकारी ऑर्डर है। नदी में पानी आने वाला है। 'वो जाएंगे और पूरे गांव भर में हल्ला मचा देंगे। गांव खाली करने का आदेश आया है। अपना-अपना सामना बांध ही लो। तुरंत। बाढ़ में सब बह जाएगा।
वैसे ही एक बार नहीं 10 बार हमने सुना होगा कि पूरी धरती खत्म होने वाली है। 2012 में एक बार और सूना था। 12-12-12 को पूरी धरती खत्म। फिर एकाध बारी और भी सुनने को मिला। धरती खत्म होने वाली है। लेकिन कभी कुछ हुआ नहीं।
एक बार फिर से साल बदला है। और एक बार फिर से एक नई थ्योरी आई है। और इस थ्योरी के मुताबिक़ 2017 धरती वालों का आखिरी साल है। इसके बाद एक काला दहकता हुआ ग्रह धरती से टकराएगा और सब कुछ खत्म। और उस ग्रह का नाम है निब्रू।
इनका कहना है कि इनके पास इनकी थ्योरी के लिए पर्याप्त सुबूत भी हैं। मतलब फैक्ट्स हैं। जिसमें ज्वालामुखी फटने और भूकंप से लेकर ज़मीन धंसने और बिजली गिरने तक को भी रखा गया है।
इनके थ्योरी की मानें तो उस गर्म ग्रह के पास आते जाने की वज़ह से हवाएं और भी गर्म रह रही हैं और बहुत देर के बाद ठंढ़ी होती हैं। उनका कहना है कि ये जो नई चीज़ है वो हमारे सोलर सिस्टम से अलाईन नहीं है लेकिन ये धीरे-धीरे धरती की तरफ बढ़ रहा है। और सबसे पहले दक्षिणी ध्रुव को छूएगा।
और तो और। इन्होने यहां तक कहा है कि अगर आप दक्षिणी अमेरिका के आस-पास बहुत उंचाई पर उड़ रहे हों और आपके पास कोई शानदार कैमरा हो तो इसे देखा भी जा सकता है।
और सबसे मजेदार बात। डेविड का कहना है कि जो भरे-पूरे लोग हैं उनलोगों ने अंडरग्राउंड बंकर बनाने भी शुरू कर दिए हैं।
क्या होगा नहीं होगा। नहीं पता। लेकिन तब तक नाशा वालों का अपना विज्ञान है। उनक कहना है कि इससे पहले भी बहुत सी ऐसी भविष्यवाणी और विज्ञान लगाए गए हैं। जो कि कभी पॉसिबल नहीं है। रही बात निब्रू की। तो ये तो 2015 में भी धरती से टकराने वाला था। वैसा कुछ हुआ नहीं।