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'पान खाय सईयां हमारो' और 'खईके पान बनारस वाला'... अब इन गानों के मतलब बदल गए हैं! अब ये गाने 'पान खाय गजराज हमारो' और 'खईबे पान गजराज हमारा' हो गए हैं। अरे भई यकीन नहीं तो खुद देख लीजिए इस वीडियो में, मतलब समझ जाएंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मध्य प्रदेश के सागर में यह गजराज रोजाना एक पनवाड़ी के यहां पाने खाने पहुंच जाते हैं। हाथी के पान खाने के शौक के चलते लोगों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं है!
वीडियो में किसी मंदिर के घंटे की आवाज बजती हुई सुनाई देती है, इससे यह साफ है कि पान वाली दुकान किसी धार्मिक स्थल के पास की है और हाथी के गेट अप से भी यही लग रहा है कि वह किसी महंत का है। खास बात यह है कि दुकानदार को भी गजराज का शौक पता है, इसलिए स्पेशल पान लगाकर तैयार रखते हैं।
खैर, जो हो... गजराज का यह वीडियो है बड़ा मजेदार! आपको अच्छा लगा तो लाइक, कमेंट और शेयर करना न भूलें!
देखें वीडियो-