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इंसान स्मार्ट हो या न हो लेकिन उसकी पॉकेट में आपको स्मार्ट फोन जरूर मिल जाएगा। 4जी क्रांति के दौर में किसी को मोबाइल के डाटा (इंटरनेट पैक) की चिंता भी नहीं है, लिहाजा वीडियो देखने और सर्च करने की होड़ लग जाती है। अच्छे विचार हो या कुछ खुराफात, दिमाग में ख्याल आते ही स्क्रीन पर उंगलियां दौड़ने लग जाती हैं। जब से गूगल असिस्टेंट का लाभ मिलने लगा है तो लोग लिखने के साथ साथ बोलकर भी सर्च करने लगे हैं। लेकिन इसी जल्दबाजी में हम लोग कुछ वो चीजें गूगल पर ढूंढने लग जाते हैं जिन्हें सर्च करते ही जांच एजेंसियां आप पर नजर रखने लगती हैं। एक दो बार तक तो अनदेखा किया जा सकता है लेकिन बार बार सर्च करने पर आपको पुलिस भी उठा ले जा सकती है। तो आईए आपको बताते हैं उन चीजों के बारे में जिन्हें सर्च नहीं करने में भी भलाई है।
फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में दिखाया गया था कि कैसे कील, खाली डिब्बे और सुतली (रस्सी) के जरिए बम बनाया जाता है। तो बहुत सारे लोगों ने मजाक-मजाक में बम बनाने का तरीका सर्च करना शुरू कर दिया। दरअसल जिन वेबसाइट्स, ब्लॉग्स या यूट्यूब चैनल्स पर बम बनाने के तरीके बताए जाते हैं वहां जांच एजेंसियां नजर बनाकर रखती है। ऐसे में अगर आप वहां बार-बार जाएंगे तो मुसीबत में आ सकते हैं।
पॉर्न को लेकर पिछले दिनों काफी बहस छिड़ी थी। हिंदुस्तान में चाइल्ड पॉर्न से संबंधित जानकारी रखना या बढ़ावा देना गैरकानूनी है। ऐसे में अगर आप गलती से भी चाइल्ड पॉर्न सर्च करते हैं तो जरा सावधान हो जाएं।
गूगल प्ले स्टोर पर तमाम ऐसे मोबाइल एप्प मौजूद हैं जहां से आप दवाई खरीद सकते हैं। लेकिन उसके लिए आपको डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्सन दिखाना पड़ता है, यदि आप बिना किसी पर्चे के दवाई खरीद रहे हैं तो आप मुसीबत में आ सकते हैं। एजेंसियां उन लोगों पर भी नजर रखती हैं जो गूगल के भरोसे दवाई खरीदते हैं।
ऐसी कोई जानकारी गूगल पर सर्च ना करें जिसकी आपकी पहचान जाहिर हो रही हो। जैसे- लोकेशन, ऑफिस और घर के बारे में सर्च ना करें। उदाहरण के तौर पर आप गांव का लोकेशन तो सर्च कर सकते हैं लेकिन डायरेक्ट एड्रेस डालकर गूगल में सर्च करना खतरे से खाली नहीं है।