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जेल, जहां कोई भी अपनी मर्जी से नहीं जाना चाहता है। अगर किसी जुर्म में जेल जाना पड़े तो इंसान वहां जाने से कतराता है। लेकिन तेलंगाना जेल प्रशासन एक ऐसी योजना बनाई है जिसके तहत बिना अपराध किये भी जेल की ना सिर्फ सैर की जा सकती है, बल्कि उसमें एक रात गुजारी भी जा सकती है, वो भी बिल्कुल कैदी की तरह। अगर आप इस गर्मी कहीं सैर करना चाहते हैं तो मात्र 24 घंटे के लिए इस जेल का लुत्फ उठा सकते हैं और अनुभव ले सकते हैं।
दरअसल देश में पहली बार तेलंगाना सरकार ने अपनी तरह की अनूठी पहल करते हुए लगभग 220 साल पुरानी एक जेल को 'फील द जेल' कार्यक्रम के तहत, आम लोगों के लिए खोल दी है। अगर आपको यूं ही जेल में हवा खाने का शौक है तो वहां हो आइए। इस जेल का नाम संगारेड्डी है। यहां जाने के लिए टिकट कांऊटर से टिकट लेकर या फिर जेल विभाग के ई-मेल अकाउंट dgprisonscontrolroom@gmail.com के जरिये अपनी बुकिंग करा सकते हैं।
जेल मैनुअल के हिसाब से घंटी की आवाज के साथ सुबह 6 बजे उठना पड़ेगा। साढ़े सात बजे चाय नाश्ता मिलेगा। इसके बाद योगा, पीटी और परेड कराई जाएगी। 11 बजे दोपहर का खाना दिया जाएगा। जेल टूरिस्ट के लिए अलग से खाना नहीं बनता। बल्कि नई जेल से वही खाना लाया जाता है, जो असल कैदियों के लिए बनाया जाता है। खाने में ज्यादातर चावल, दाल ही जाता है। दोपहर 12 बजे गिनती होगी, एक बजे चाय मिलेगी।
एक दिन यानि 24 घंटे कैदी जीवन जीने के लिए आने वाले पर्यटकों को प्रति व्यक्ति मात्र 500 रुपये देने होंगे। अब तक लगभग 15 लोग 24 घंटे जेल में गुजार चुके हैं। अगर जेल की हवा खानी है तो इस वीकेंड आप टिकट कटा कर घूम सकते हैं।
जेल में इस्तेमाल में लाई जाने वाली पुरानी चीजों को रखा गया है। इनमें हथकड़ी, चक्की, उर्दू में लिखा रोजनामचा, लंदन से लाई हुई घंटी सहित कई चीजें रखी हुई हैं। म्यूजियम का टिकट मात्र 10 रुपये रखा गया है। कुल मिलाकर देखा जाए तो ये एक अच्छी पहल है। मात्र एक दिन जेल का अनुभव लेने के लिए इतना तो किया ही जा सकता है।