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विकास के ट्रैक पर दौड़ने वाले देशों में चीन का नाम इज्जत से लिया जाता है। दुनिया के सामने चीन की जो चमक दिखाई देती है उसे देखने भर से आंखें चौंधिया जाती हैं। लेकिन इस चमचाहट के पीछे एक अंधेरा भी है जिसके नाम से चीन के चेहरे की हवाइयां उड़ जाती है। कहीं अजीबों-गरीब रिवाज हैं तो कहीं फटी हुई सच्चाइयां, जिनको देखकर आपकी हंसी छूट जाएगी।
बच्चों तो पहनाई जाती है फटी पैंट
हमारे यहां बच्चे पैदा होते हैं तो उनके पास कपड़ों का भंडार होता है। माएं भी अपने कलेजे के टुकड़ों को नहला धुला कर, माथे पर काले टीका लगाकर बाहर ले जाती हैं ताकि नजर न लगे। चीन में ये रिवाज उलटा है, वो बच्चों की पैंट को पीछे से फाड़ देते हैं। फाड़ देते हैं तक तो समझ में आता है लेकिन बाजार में ऐसी पैंट्स मिलती हैं, जिन्हें स्पिलिट पैंट या इनक्रोच पैंट भी कहते हैं। वहां के लोगों के मुताबिक इससे बच्चे और पेरेंट्स, दोनों को आराम रहता है। उनकी जब इच्छा की… बस बैठा दिया…
चीन के लोग गोरे-चिट्टे और छोटे कद वाले इसलिए होते हैं क्योंकि उन पर हिमालयन रेंज का असर बहुत ज्यादा होता है। इसकी वजह से उनका खान-पान भी दुनिया से बिल्कुल अजीब है। वहां के लोग खाने में सी-फूड्स, जिसमे कछुए, ऑक्टोपस और स्टार फिश जैसे जीव पसंद करते हैं। इसके अलावा चीनी भाई, कुत्तों के भी काफी शौकीन होते हैं… पालने के नहीं, खाने के…
चीन में एक डिश होती है, टॉग्जी डेन… इस डिश को बनाने की विधि सुनकर उबकाई भी आ सकती है। इसमें अंडों को बच्चों के सू-सू में उबाला जाता है और फिर उसे चाव से खाते हैं। इसके अलावा चीन में काले अंडों को खाने का क्रेज है। जिसके लिए अंडों को चाय की पत्ती में लपेटकर जमीन में दफना दिया जाता है और फिर उसे 2-3 महीनों बाद निकाल के खाते हैं।
दुनिया जानती है कि चीन डुप्लीकेट बनाने में एक्सपर्ट है। कोई भी प्रोडेक्ट दुनिया में कहीं भी लॉन्च हो, 72 घंटों के अंदर वैसा ही डुप्लीकेट प्रोडेक्ट बाजार में मिलने लग जाते हैं। चीन ने अपने देश में डुप्लीकेट लंदन भी बनाया है। जिसे टेम्स टाउन का नाम दिया गया है। ये ऐसे लोगों के लिए है जो लंदन जाना इफोर्ट नहीं कर सकते।
चीन में अभी भी 3 से 4 करोड़ लोग ऐसे हैं जो गुफाओं में रहते हैं। भले ही वहां बिल्डिंगों की कालीन बिछा दी गई है लेकिन सरकार ऐसे लोगों तक अपनी सेवाएं नहीं पहुंचा पा रही है जो आज तक गुफाओं में रहते हैं।