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का रे बुड़बक आज बर्थडे है जीएसटी का... मनाओगे नहीं... खुशी मनाओ रे एक साल हुई गवा हमका-तुमका एक राष्ट्र में एक कर देत-देत... का कह रहे हो तुम्हे कुछ सस्ता नहीं लग रहा... काहे भाई का नहीं सस्ता हुआ बताओ फिर बताई कि इ जीएसटीवा का है। अबे लागत है तुम जीएसटी की क्लास सोशल साइट्स में लिए हो... कहत रहन वित्त मंत्रालय की ऑफीशियल साइट पर जाओ और जेटली के साथ-साथ वित्त मंत्रालय के सेक्रेटरी का भी ट्विटर पर फॉलो करो तभी समझ मा अई यू जीएसटी का होत है... गूगल डूडल नहीं बनाइस न तो फिर कैसे जाने जीएसटी का बर्थडे है आज... हां लड़कवा अभी बताइस रहा कि पप्पा जीएसटी आज बहुत ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है लागत है आज कुछ हुआ राहे...
यार दिमाग का दही न करो हमे बहुत गुस्सा आ रहा है कि का है यू जीएसटी... काहे मे कितना देई कितना लेई कुछ समझ में नहीं आवत है जाओ यार तुम जीएसटी का बर्थडे मनाओ जाके... हां सुनो तनिक हमरी तरफ से भी न जीएसटी बर्थडे ब्वॉय का न एक लीटर पेट्रोल दइ दियो वो भी जीएसटी काट के... काहे कि शायद यू तो कभी अई न जीएसटी मा.... और हां एक बात और सुनते जाओ पहले भी हम अपने घर का महीने का राशन 10,500 का ही लावत रहान और अब भी उत्ते का ही लावत हन... समझ गइलवा न... भाई नाराज काहे होते तो अपने पंसारी वाला खर्रा ठीक से देखो ओहमा न तुमका बहुत कुछ सस्ता दिखाई देई... अबे यार जाओ अब का सुबह-सुबह मूड खराब कर दिए हो अभी और भी कुछ करिहो का... साला पंसारी का खर्रा देख लेइत है तो औरो मूड खराब हुई जात है हमरा। सारा ओहमा न सीजीएसटी और एसजीएसटी करके तो दुई-दुई बार टैक्स दिखात है सुना है आईजीएसटी भी कुछ होत है... देखते न हमरे करेजे में आग और बढ़ जात है। साला साल हुई गवा पर यू जीएसटी न समझ आवा। सुना है छोटा-मोटा सब व्यापार बंद हुई गवा है... जीएसटी में 5, 12, 18 और 28 फीसदी टैक्स की चारों दरें आज तक हमका न समझ में आईं कि कौन सा सामान म कितना जीएसटी लागत है बउवा...।
अमा सुनो यार 27 बैठक अब तक कर चुके हैं अपने अरुण चचा... और हां एक काउंसिल भी बना चुके हैं। जो हर बार कुछ न कुछ सस्ता करत है और दरन म सोचत है कि और का कर दिया जाए कि हम सब गरीब अमीर हुइ जाइ... चचा देख लियो आने वाली 21 जुलाई को 28वां चाय-पानी नाश्ता है सबका फिर से अबकी न पट्रोल और डीजल म न जीएसटी लग ही जई तब तुमका समझ म अई कि का सस्ता हुआ और क महंगा हुआ इ जीएसटी से....
तुम का कहत हो नोटबंदी के बाद इ सब चीजन म टैक्सबंदी सरकार का देश को भ्रष्टाचार मुक्त करने का सबसे बड़ा सर्जिकल स्ट्राइक है.... तो रहन देओ हमका नहीं चहिए अपनी गिरस्ती मा कउनो सर्जिकल स्ट्राइक... हमे सब पता है नोटबंदी तो भइ राहे हम न एक-एक रुपया के लेन तरसे रहन और अब य टैक्सबंदी... बस बउवा अब रहन ही देओ तुम हमका। हम तो जबरिया बात कहिबे यार हमार कोई का करिहै बताओ।