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दहेज को लेकर आपने देशभर में कई किस्से पढ़े और सुने होंगे जहां दहेज लोभियों ने महिलाओं को प्रताड़ना का शिकार बनाते हुए तमाम हदें पार कर दीं। लेकिन ये किस्सा उन तमाम मामलों से अलग है, जहां एक पति और उसके घरवालों ने मिलकर एक विवाहिता का ऐसा हश्र किया जिसके बारे में जानकर हर कोई अचंभे में है।
महिला के अनुसार पति और ससुराल वालों ने दहेज के दो लाख रुपये न मिलने पर उसकी एक किडनी निकालकर बेच दी। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार मामला पश्चिम बंगाल का है, जहां रीता सरकार नाम की महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया है कि 12 साल से उसका पति और ससुरालवाले दहेज को लेकर उसे लगातार परेशान करते आ रहे हैं।
महिला के अनुसार पति ने उसका पथरी का ऑपरेशन कराने के बहाने उसकी एक किड़नी निकालकर बेच दी। महिला ने बताया कि दो साल पहले अचानक उसके पेट में तेज दर्द उठा, जिसके बाद मेरा पति मुझे कोलकाता के एक नर्सिंग होम में ले गया। वहां डॉक्टर और बाकी स्टाफ ने मुझे बताया कि एक छोटे से ऑपरेशन से मेरी पेट से पथरी निकाली जाएगी, जिसके बाद मैं पूरी तरह ठीक हो जाऊंगी।
रीता के अनुसार ऑपरेशन के बाद मेरा दर्द और तेज हो गया। इस दौरान मेरे पति ने मुझसे कहा कि वह कोलकाता के ऑपरेशन वाली बात किसी से न बताए। मैंने उससे कहा कि मुझे दर्द से निजात के लिए किसी डॉक्टर के पास ले जाए, लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया।
जिसके बाद रीता को उसके परिजनों द्वारा उत्तरी बंगाल के एक मेडिकल कालेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां जांच के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि उसकी दांयी किड़नी गायब है। यह सुनकर महिला के होश उड़ गए, उसने तसल्ली के लिए माल्दा के एक अन्य नर्सिंग होम में अपना चेकअप कराया, जहां इस बात की तस्दीक कर दी गई कि उसकी एक किडनी वाकई में नहीं है।
महिला के अनुसार इसके बाद मैं समझ गई कि मेरे पति ने मुझे ऑपरेशन के बारे में चुप रहने के लिए क्यों कहा था। उसने मेरी किडनी निकलवाकर बेच दी क्योंकि मेरे घर वाले उसकी दहेज की मांग पूरी नहीं कर पाए थे। रीता ने इस संबंध में फरक्का पुलिस स्टेशन में पति बिस्वजीत सरकार जो मुर्शिदाबाद जिले में दुकान चलाता और और देवर श्याम लाल, सास बुलारानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।