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यूं तो विधायकों को तमाम सुविधाएं मिलती हैं, जैसे अच्छी खासी तनख्वाह से लेकर, कई सारे भत्ते और फ्री का घर और बिजली-पानी आदि। कहीं कहीं तो प्रदेश सरकार की ओर से विधायकों को लैपटॉप जैसी हाइटेक चीजें भी मुहैया कराई जाती हैं, लेकिन कुछ विधायक हैं कि इतने से भी उनका पेट नहीं भरता। उनका दिल हमेशा 'ये दिल मांगे मोर' वाली कंडीशन में ही रहता है।
मतलब जितना दे दो उतना कम। अब नागालैंड के विपक्षी विधायकों को ही ले लीजिए, अभी जीतकर आए हफ्ताभर भी नहीं हुआ, यहां तक की अभी विधायकी की शपथ भी नहीं लेकिन विधानसभा कार्यालय के समक्ष ऐसी डिमांड रख दी कि उसे पूरा करने में राज्य की नई नवेली सरकार के पसीने छूट सकते हैं।
माननीयों का कहना है कि उन्हें अपने क्षेत्र में भ्रमण के लिए लग्जरी गाड़ी चाहिए वो भी लंबे वाली, पुरानी वाली गाड़ी से वो नहीं चलेंगे।
चलिए अब आपको पूरा मामला विस्तार से समझाते हैं, कि बात आखिर है क्या। मामला है नागालैंड का, जहां विपक्षी एनपीएफ यानि नगा पीपल फ्रंट (पूर्व में राज्य में इसी दल की सरकार थी) के कुछ नए नवेले विधायकों को अभी से अपने आराम की चिंता सताने लगी है।
उन्हें डर है कि कहीं विषम भोगौलिक परिस्थिति वाले नागालैंड में घूमने फिरने के दौरान उन्हें परेशानी न उठानी पड़े इसलिए उन्होंने अभी से विधानसभा कार्यालय के सामने डिमांड रख दी है कि पूर्व में दी गई डस्टर गाड़ी की जगह उन्हें इनोवा की लग्जरी गाड़ी दी जाए। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार शनिवार को एनपीएफ के 27 में से 11 विधायकों ने नागालैंड विधानसभा के सचिव और आयुक्त को पत्र लिखकर मांग की कि उन्हें रेनाल्ट डस्टर की जगह टोयोटा की नई इनोवा क्रिस्टा गाड़ी दी जाए।
पत्र का मजमून कुछ इस प्रकार है कि, हमें पता चला है कि विधानसभा सचिवालय विधायकों के लिए डस्टर गाड़ी आवंटित करने वाला है। हम एनपीएफ विधायकों ने तय किया है कि हम इस आवंटन को रखरखाव की समस्या के कारण स्वीकार नहीं करेंगे। इसके बजाय हम सभी के लिए टोयोटा इनोवा क्रिस्टा (टॉप मॉडल) के आवंटन के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए।
हालांकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि विधानसभा सचिवालय ने विधायकों के लिए अभी किसी वाहन के आवंटन की व्यवस्था की है या नहीं। वहीं डस्टर के टॉप मॉडल की कीमत लगभग 13 लाख रुपये के करीब है जबकि इनोवा क्रिस्टा का टॉप मॉडल लगभग 22 लाख रुपये में पड़ेगा।
मजे की बात ये है कि अभी विधायकों ने विधानसभा की शपथ भी नहीं ली है लेकिन उनकी फरमाइशें उससे पहले शुरू हो गई। इस बारे में मोकोकचुंग जिले के कोरिडांग से विधायक इमकोंग एल इमचेन ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि एनपीएफ के कुछ विधायक इसे (डस्टर को) पसंद नहीं करते हैं।
वहीं मोन जिले से चुने गए एनपीएफ के एक और विधायक का कहना था कि हमें पता चला था कि शनिवार को विधायकों को वाहनों का आवंटन किया जाएगा। पूर्व में डस्टर नागालैंड के पहाड़ी इलाकों में चलाने के लिए सही नहीं रही थी इसलिए हम लोगों ने इनोवा क्रिस्टा की डिमांड की है।