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एस्कीमो के बारे में दूसरी क्लास में पढ़ा था और वो साड़ी बातें आज भी याद है। ये भी याद है कि इन लोगों के बारे में पढ़कर कितना आश्चर्य और उत्सुकता का भाव दिमाग में आया था। लोग जो बर्फ़ में बर्फ़ के ही घर बनाकर रहते हैं, जानवरों की खाल पहनते हैं, मछली पकड़ते हैं, शिकार करते हैं और न जाने क्या-क्या। तभी से मन में आता था कि यार बर्फ़ के घर में कोई ठण्ड से बचने के लिए कैसे रह सकता है?
भला बर्फ़ में रहकर ठण्ड से बचा जा सकता है? उस समय लगा था कि काश हम भी इग्लू को देख पाते। लेकिन यहां कहां इग्लू? लेकिन अब आपका ये सपना भी सच हो सकता है। इस महीने अगर आप कुल्लू-मनाली जाएं तो वहां आप एक रात के लिए इग्लू में रह सकते हैं। है न मज़ेदार बात!
ये आईडिया विकास कुमार और ताशी दोरजी का है। इन दोनों को ही किले बनाने का शौक था और इनके इसी शौक से एक नया बिज़नेस चल निकला। इन्होंने अभी फिलहाल 2 इग्लू बनाए हैं जिनमें कि काफ़ी लोग रहने आ रहे हैं।
लेकिन इग्लू का मज़ा सिर्फ़ फ़रवरी के महीने में ही उठाया जा सकता है और एक इग्लू में केवल 2 लोग ही रह सकते हैं। इसलिए कोशिश करिए कि वहां छोटे ग्रुप में जाइए।
यहां 5000 और 18,000 के पैकेज हैं और दूसरे पैकेज में स्कीइंग, ट्यूब स्लाइडिंग, स्लेज स्लाइडिंग और अपना इग्लू बनाना भी शामिल है। तो अगर आपके पास समय और पैसा है तो जाइए लूट आइए इग्लू के मज़े और देख लीजिए कि एक एस्किमो की ज़िंदगी कैसी होती है!