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सर्जिकल स्ट्राइक। पिछले 1 हफ्ते में सबसे ज्यादा बार दुहराया गया शब्द। टीवी, न्यूज़ पेपर, न्यूज़ वेबसाइट जहां जाना हो चले जाओ। चेक करना हो चेक कर लें। ट्विटर-फेसबुक का हैशटैग चेक कर ले। दूसरी कोई बात हो ही नहीं रही है। तो उतना देख, सुन, पढ़ रहे ही हैं। तो एक ये भी जान ही लीजिए।
क्या इंडिया ने जो सर्जिकल स्ट्राइक किया है। जो पिछले हफ्ते ही हुआ है। घर में घुस के मारने वाला। वो क्या पहला ही सर्जिकल स्ट्राइक था? अगर हम सही हैं तो, नहीं!
इससे पहले भी एक बार नहीं 5-5 बार हो चुका है। बस अंतर इतना है कि तब आपकी देशभक्ति खलिहान में घास झाड़ रही थी। और हमारी आर्मी तब भी अपने हिस्से का काम कर रही थी।
और हमें उम्मीद ही नहीं पूरा भरोसा है आर्मी आगे भी हम जैसे निठल्लु, स्वार्थी लोगों के लिए अपनी जान दांव पर लगाती रहेगी। और हम ऐसे ही खाट लगा के भारत माता की जय बोल के सो जाएंगे। खैर...
अब जान लीजिए इससे पहले और कब-कब इस तरह का स्ट्राइक हो चुका है।
1.मार्च 1998: जब एलओसी क्रॉस किया था
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खबर के मुताबिक़ इंडियन स्पेशल फोर्स के जवान एलओसी के पार गए। बंडाला गांव।
घुस के 22 आतंकियों को हूरों के पास भेज के वापिस आ गए। बताते हैं एक खत छोड़ आए थे। जो पाकिस्तानी आर्मी को मिली थी। जिस पर लिखा था। "अपनों का खून देख कर कैसा लग रहा है?"।
ये जम्मू कश्मीर में 29 कश्मीरी पंडितों के ह्त्या की हत्या के बाद किया गया था।
2.2000: नीलम नदी पार करके 5 शहीदों का बदला
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ये हुआ था जब पाकिस्तानी फ़ौज ने कैप्टन सौरभ कालिया, सिपाही भंवर लाल, अर्जुन राम, भीखा राम, मूला राम और नरेश सिंह को धोखे से किडनैप कर लिया था। फिर टॉर्चर करके इनकी ह्त्या कर दी थी।
3.2000: फिर से एलओसी क्रॉस किया
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फिर से जब पाकिस्तानी फोर्स ने पूंछ सेक्टर में बॉर्डर ऑब्जरवेशन पोस्ट को अटैक किया था। इसके ठीक बाद इंडियन स्पेशल फोर्स के जवानों ने पीओके सेक्टर में घुस के कोहराम मचा दिया था।
अगली सुबह पाकिस्तानी फोर्स को वहां 16 डेड बॉडी मिली थी। और साथ में एक खत। और इस पर फिर से वही लिखा था, "अपनों का खून देख कर कैसा लग रहा है?"
पाकिस्तान ने इसके लिए इंडिया को ही ब्लेम किया था। लेकिन इंडिया ने इसका कोई जवाब नहीं दिया।
बताते हैं इसके बाद, लश्कर-ए-तैय्यबा का आतंक थोड़ा थम गया था।
4.2008:मुंडा काट के ले आई थी
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एक पाकिस्तानी अटैक के बाद पूंछ सेक्टर में कुछ गोरखा जवान शहीद हो गए थे। इसके कुछ ही दिन के बाद पाकिस्तानी आर्मी ने ये खबर दी थी कि उनके एक जवान का सिर गायब था। बाकी तो आप समझ ही गए होंगे।
5.2011:बदला जारी रहा
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पाकिस्तान ने एक बार फिर से शिकायत किया। स्पेशल फोर्स के जवान नीलम नदी पार करके शारदा सेक्टर में रेड किया। जिसके बाद पाक आर्मी के तीन जावानों के सिर गायब हो गए थे।
इंडिया टुडे से बात करते हुए तब के गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा था, "लोगों को इस बारे में ज्यादा पता नहीं है। क्योंकि इंडिया स्ट्रेटेजी से मारने की नीति फॉलो करता है।"
अब एक आखिरी बात जो कहनी है। ये सब जो जानकारी थी ये आपको बताने के लिए थी। सिर्फ इसलिए कि आप जिस हद तक पगलाए हुए हैं, सर्जिकल स्ट्राइक का नाम सुन कर, उतना पगलाने की जरूरत नहीं है।
आपको नाचने का मन है। एकदम बौख के हाथ में परमाणु बम ले के घूमने का शौक है तो घूमिए। यूएन में जो हुआ उसके लिए। इंडिया ने पाकिस्तान को जिस तरह से जवाब दिया वहां उस पर खुश होइए।
ये जो अभी-अभी पिटीशन साईन हुआ है। उसपर खुश होइए ना! पाकिस्तान को एक किनारे कर देने की रणनीति पर खुश होइए। क्योंकि ये स्ट्राइक वगेरा से कुछ नहीं मिलना।
और हां मुझे डर लगता है अपनों जवानों की शाहदत को देख कर। उनके परिवारों की भी चिंता होती है। सांप अगर बिना लाठी तोड़े मर रहा है तो वैसे ही मारने में क्या दिक्कत है?
कोई जवाब देना है तो जरूर दीजिए। स्वागत है! Firkee.in