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वाह रे यूपी, कमाल किए हो। यूपी के औरैया में तहसील प्रशासन का कारनामा सुनकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल औरैया तहसील प्रशासन ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब का निवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। हालांकि मामला वायरल होते ही जिला प्रशासन ने पूरी चुस्ती दिखाते हुए प्रमाण पत्र रद्द करते हुए दोषी लेखपाल को निलंबित कर दिया। साथ ही फर्जी प्रमाण पत्र जारी कराने वाले के विरुद्ध जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।
जानकारी से पता चला कि तहसील प्रशासन की ओर से 21 अक्तूबर को फर्जी प्रमाणपत्र जारी किये गए थे जिसमें एक प्रमाण-पत्र आतंकी कसाब का भी था। इस प्रमाण-पत्र को लेखपाल की डिजिटली संस्तुति पर एसडीएम ने भी डिजटल हस्ताक्षर करते हुए 30 अक्टूबर को जारी कर दिया था। बाकायदा इस आवेदन में अजमल कसाब का फोटो भी लगाया गया था, फिर भी प्रमाण पत्र जारी करते समय अफसर व कर्मचारी उसकी पहचान नहीं कर पाए।
अधिकारियों ने प्रमाण पत्र जारी करने से पहले नागरिकता की पुष्टि भी नहीं की। आवेदन में कसाब के पिता का नाम मोहम्मद आमिर लिखा है जबकि पता अम्बेडकर नगर बिधूना लिखा गया था। साथ ही इसमें मां का नाम मुमताज बेगम लिखा हुआ है। जबकि कसाब की मां का नाम नूर इलाही है।
मामला बढ़ता देख तहसीलदार राजकुमार चौधरी ने कहा कि निवास प्रमाण पत्र जारी होने पर संबंधित लेखपाल से स्पष्टीकरण मांगा गया था। साथ ही क्षेत्रीय लेखपाल लाखन सिंह को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया आवेदन के दौरान सबमिट की गई आईडी की भी जांच कराई जा रही है। आवेदक के विरुद्ध भी सुनियोजित तरीके से निवास प्रमाण जारी कराने को लेकर पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
इस बड़ी घटना के बाद यूपी सरकार की सक्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। आरोप लग रहे हैं कि यूपी के सरकारी दफ्तरों में चंद रुपये देकर कोई भी किसी का भी फर्जी सर्टिफिकेट बनवा सकता है।
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को होटल ताज पर हमला किया गया था। सुरक्षाबलों ने कसाब को गिरफ्तार कर लिया था। चार साल तक वह यरवदा जेल में बंद रहा। मामले में दोषी पाए जाने पर उसे 26 नवंबर 2012 को फांसी दी गई थी। भारत में ये पहला विदेशी था, जिसे फांसी पर चढ़ाया गया। इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी, 600 से ज्यादा जख्मी हुए थे।