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रेलवे टिकट कंफर्म है या नहीं, यह साधारण सी जानकारी अब बिना गणितीय कौशल के नहीं मिल पाएगी। ताजा बदलाव के तहत अब जोड़-घटाव जाने बगैर रेलयात्री टिकट पीएनआर का स्टेटस नहीं जान पाएंगे। रेलवे की वेबसाइट पर पीएनआर स्टेटस चेक करने के लिए कैप्चे में पहले की तरह केवल अंक या अक्षर टाइप करने से काम नहीं चलेगा। यात्रियों को अब कैप्चे में अंक को जोड़कर या घटाकर जानकारी देनी होगी, इसके बाद ही पता चलेगा कि टिकट वेटिंग है या कंफर्म है।
सेंटर फॉर इंफॉर्मेशन सिस्टम (कृस) ने रेलवे रिजर्वेशन पर मिलने वाली वेबसाइट में यह बदलाव कर दिया है। अगर आप पीएनआर नंबर से यह चैक करना चाहते है कि आपके रेल यात्रा टिकट की स्थिति क्या है। कंफर्म है या नहीं, कंफर्म है तो आपको कौन साथ बर्थ मिला है, ट्रेन की रवानगी का समय क्या है, कोच की स्थिति क्या है तो आपको जोड़-घटाव की जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि पीएनआर के साथ ही वेबसाइट पर कैप्चे में कुछ अंक दिए जा रहे है। जिसे जोड़ कर या घटा कर जितना अंक आता है उसका जवाब बॉक्स में भरना होगा।
हालांकि यह पूर्व में मांगी गई जानकारी से काफी आसान हो गया है। पहले कैप्चे में अल्फा-बीट के साथ ही अंकों की भी जानकारी मांगी जाती थी। कई बार दोनों जानकारी एक दूसरे में मिश्रित होने के कारण लोगों को कठिनाई होती थी, लेकिन अब यह बिलकुल आसान हो गया है। दूसरी तरफ अगर आप वेबसाइट से टिकट बुक करते है तो कैप्चे की जगह फोटोग्राफ दिखाया जा रहा है। जैसे ताजमहल का फोटो दिखाकर कैप्चा की जगह आगरा लिखने पर ही टिकट की बुकिंग स्वीकृत की जा रही है।
आईआरसीटीसी की वेबसाइट खोलते ही यह बताया जा रहा है कि क्या आप जानते हैं कि आपके किराये का 43 फीसदी खर्च (सब्सिडी के रूप में मिल रहा पैसा) देश के आम नागरिक वहन करते हैं। इसे इस बात का संकेत माना जा रहा है कि रेलवे निकट भविष्य में किराया बढ़ा सकता है। रेलवे भी यात्रा खर्च पर दिए जाने वाले सब्सिडी में बदलाव करना चाहता है। इसके लिए कई तरह के फार्मूले पर भी रेलवे मंत्रालय विचार कर रहा है। लेकिन प्रीमियम ट्रेनों में फ्लैक्सी किराए के प्रति खराब फीडबैक मिलने से रेलवे अचानक यात्रा किराया बढ़ाने में हिचक रहा है।