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साइंस बहुत तरक्की कर चुका है, लेकिन आज भी साइंस की कुछ सिमाएं हैं, कुछ चीजें हैं, जो साइंस की परिधी से आज भी बहुत दुर हैं, कुछ ऐसा ही है मामला। आपने सुना होगा हाल ही में कुछ दिनों पहले ही खबर आई थी के ब्रिटेन में हाई स्कूल में पढ़ने वाली एक लड़की 12 साल की उम्र में मां बनी है। वैसे तो उसे ब्रिटेन की सबसे कम उम्र की मां का दर्ज़ा मिला है। लेकिन यदि हम बात विश्व स्तर पर करें तो यह खिताब पेरू (Peru) की लीना मदीना (Lina Medina) के नाम दर्ज़ है, जो मात्र पांच वर्ष सात महीने में एक स्वस्थ बच्चे की माँ बन गई थी। यह घटना चिकित्सा विज्ञान के लिए आज तक भी एक पहेली है कि आखिर कैसे इतनी कम उम्र की बच्ची गर्भवती हुई और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। आइए बताते हैं लीना की पूरी कहानी
यह केस चिकित्सा विज्ञान के लिए एक अबूझ पहेली बनकर रह गया जो की अपने तमाम तर्कों के बाबजूद भी यह नहीं बता पाए की आखिर कैसे 5 साल की एक बच्ची माँ बन गई।
ajabgajab के अनुसार ये है कहानी लीना मदीना की
लीना मदीना का जन्म पेरू के तिक्रापो में 27 सितम्बर 1933 को एक सुनार, टिबुरेलो मदीना और विक्टोरिया लोसिया के यहां हुआ था। लीना जब मात्र पांच साल की थी तब उसके पेट का आकार बढ़ने लगा जिससे उसके माता-पिता चिंतित हो गए। चुकी तिक्रापो एक ग्रामीण इलाका था इसलिए वो उसे उस समय पर स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, एक स्थानीय ओझा के पास परामर्श लेने के लिए ले गये। ओझा ने कई झाड़-फूंक और अनुष्ठान किए पर कोई फायदा नहीं हुआ। पेट का आकार निरंतर बढ़ता रहा।
लाचार माता पिता उसे किसी चिकित्सक को दिखाने पास के पिस्को शहर के एक अस्पताल ले गए। शुरु में सभी ने यही सोचा कि उसके पेट में रसौली थी, लेकिन डॉक्टर उसके परीक्षण के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि वो सात माह की गर्भवती थी। डा. जेरार्दो लोज़ादा लीना की गर्भावस्था की पुष्टि के लिए उसे अन्य विशेषज्ञों को दिखाने, लीमा ले गये। वहां पर भी उसके गर्भवती होने की पुष्टि हुई।
आखिरकार 14 मई 1939 को, मदीना ने सीज़ेरियन(शल्यक्रिया) के द्वारा एक लड़के को जन्म दिया क्योंकि सामान्य प्रसूति उसकी कोख (श्रोणि) के छोटे आकार के कारण संभव नहीं थी। शल्यक्रिया डा. लोज़ादा और डॉ. बुसालिऊ द्वारा की गयी थी।
मात्र ढाई साल में हो गई थी रजस्वला
लीना की कहानी विस्तार से उस समय के मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुई थी जिसके अनुसार लीना को मात्र ढाई साल की उम्र से ही पीरियड आने शुरू हो गए थे, चार साल की उम्र तक उसके स्तनों का विकास पूर्ण हो चुका था। पांच साल की उम्र तक उसकी कोख का चौड़ी होना और अस्थि परिपक्वण भी काफी हद तक हो चुका था। जब बच्चे के लिए डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन किया तो उन्होंने भी पाया की उसके शरीर के अंदर प्रजनन अंगों का विकास पूर्ण हो चूका था।
लीना के बेटे का नाम, डॉ. जेरार्दो के नाम पर जेरार्दो रखा गया। जन्म के समय जेरार्दो का वजन 2.7 किलो था। बचपन में जेरार्दो की परवरिश लीना के एक भाई के रूप में की गयी थी, लेकिन जब वो 10 साल का हुआ तो उसे इस बात का पता चला कि मदीना उसकी मां थी। 1979 में जेरार्दो की 40 साल की उम्र में एक अस्थि मज्जा रोग के कारण मृत्यु हो गई। युवावस्था में, लीना ने डॉ. लोज़ादा के लीमा में स्थित क्लिनिक में एक सचिव के रूप में काम किया, जिन्होने उसे और उसके बेटे को शिक्षा प्राप्त करने में मदद की।
बाद में लीना ने राउल जुरादो से विवाह किया जो 1972 में जन्मे उसके दूसरे बेटे का पिता बना। 2002 तक यह दंपत्ति लीमा की एक गरीब बस्ती ‘शिकागो चिको’ (छोटी शिकागो) में रहते थे। लीना ने इस बारे में कभी भी कोई इंटरव्यू नहीं दिया यहां तक की 2002 में लीना ने रायटर्स को भी साक्षात्कार देने से इनकार कर दिया।
बच्चे के पिता का कभी नहीं चला पता
लीना ने कभी भी अपने बच्चे के पिता का नाम और उन परिस्थितियों जिनमें वो गर्भवती हुई का खुलासा नहीं किया। डॉ. एस्कोमेल के अनुसार खुद लीना को भी यह बातें ठीक से पता नहीं थीं। जेरार्दो ने लीना की गर्भावस्था का पता चलने पर पुलिस को सूचित किया और लीना के पिता को बलात्कार और अनाचार के संदेह पर गिरफ्तार किया गया, लेकिन बाद में सबूतों के अभाव में उसे रिहा कर दिया गया। उसके बाद उसके 11 वर्षीय मंदबुद्धि भाई को भी गिरफ्तार किया गया पर उसे भी सबूतों के अभाव में रिहा कर दिया गया।
मामले की समीक्षा में छपे एक 1955 लेख के अनुसार, “कुछ एंडियन गांवों में जिनमे से लीना का गांव भी एक था अक्सर उत्सव मनाये जाते थे और इन उत्सवों के अंत में सामूहिक तौर पर यौन संबंध बनाये जाते थे और इस दौरान बहुत सी लड़कियों के साथ बलात्कार भी किया जाता था, हो सकता है ऐसे ही किसी उत्सव में लीना के साथ भी शारीरिक सम्बन्ध बने हो।