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खौने के शौकीन लोगों से सुनने में आया है कि वो खाते वक्त पैसे का मोह नहीं देखते, ‘स्वाद चाहिए अपने को…’ बोलने वाले लोगों के सामने ये एक प्लेट उपमा रख दो, पेट में दर्द न होने लगे तो नाम बदल देना। आम आदमी तो किडनी बेचकर भी इस उपमा का स्वाद नहीं चख सकता। और किसानों को इस उपमा का स्वाद समझने के लिए खेत-खलिहान और जमीन-जायदाद सब बेचना पड़ जाएगा।
भईईई, सवाल ये है कि ऐसा क्या है इस उपमा में जो बिल गेट्स और मुकेश अंबानी जैसे अमीर लोगों को भी महंगा लग सकता है। क्या इस उपमा में हीरे-जवाहरात पड़े हुए हैं जो इसकी कीमत 1 करोड़ 29 लाख रुपये बताई जा रही है? ...और उससे भी बड़ा सवाल... कि ये कौन बना रहा है और किसके लिए बना रहा है?
कुछ दिनों पहले पुणे एयरपोर्ट पर एक आदमी का सामान तलाशा गया। सामान में कुछ कपड़े थे और खाने का टिफिन था।लेकिन टिफिन का वजन जरुरत से ज्यादा होने पर तलाशी लेने वालों को शक हुआ तो उसके अंदर से उपमा निकला। उसी एयरपोर्ट पर एक और संदिग्ध महिला की तलाशी ली गई। उसके पास भी उपमा मिला।
जब उपमा वाले टिफिन को खोला गया तो उसके बीच में एक काली पन्नी छिपी हुई थी। पन्नी के अंदर यूरो की गड्डी छिपी थी। नोट गिने गए तो गिन्ने वालों के होश फाख्ता हो गए। दोनों संदिग्धों के पास से मिली रकम को जोड़ा गया तो करीब 86,200 यूरो मिले। मतलब की 1 करोड़ 29 लाख रुपये। मतलब इतना महंगा उपमा कौन खाता है भईईई…!