जब भी मॉडलिंग की बात होती है, अक्सर लंबी और हद से ज्यादा पतली मॉडल्स की तस्वीरें ही सामने आती हैं। हालांकि, लोगों के दिमाग में भी एक गलत सोच घर कर चुकी है कि, मॉडल बनने के लिए फिगर बहुत पतला, कद लंबा और गोरा होना आवश्यक है। इस सोच को 'प्लस साइज' मॉडल्स ने बिलकुल गलत साबित कर दिया है।साथ ही, लाखों मॉडल्स में से प्लस साइज मॉडल का सबसे बेहतरीन उदहारण क्लोई मार्शल हैं।
क्लोई एलिजाबेथ मार्शल का जन्म 27 मार्च 1991 को क्रैनलेग, सरे में हुआ था। ये एक प्लस-साइज मॉडल हैं। मार्च 2008 में मिस सरे का खिताब जीतने के बाद, मार्शल मिस इंग्लैंड टीआरा के लिए फाइनल में पहुंचने वाली पहली प्लस साइज 16 मॉडल बनी थीं।
मार्शल के अनुसार, मिस इंग्लैंड फाइनल के माध्यम से वो ये बताना चाहती थीं कि, सामाज में फैली रूढ़िबद्ध धारणा की मॉडल का पतला, लंबा और गोरा होना जरुरी नहीं है।
हालांकि, मार्शल का बॉडी मास इंडेक्स 26.03 है, जो असल बॉडी मास इंडेक्स से ज्यादा है, इसके कारण मोटापे को बढ़ावा देने के लिए उसकी आलोचना भी की गयी।
मिस इंग्लैंड खिताब का फाइनल 18 जुलाई 2008 को आयोजित किया गया था। मार्शल दूसरे स्थान पर थीं। उसी वर्ष, उसी वर्ष मॉडल प्लस एजेंसी द्वारा उन्हें साइन किया गया था।
मार्शल मार्च 2010 में प्लस मॉडल पत्रिका के कवर पर दिखाई दीं।उन्होंने 2010 की शुरुआत में फोर्ड मॉडल के साथ तीन साल के कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए।उन्होंने लास वेगास में लेन ब्रायंट के 2011 के रनवे शो में भी कदम रखा।