यहां हेलमेट का लोगों ने किया अंतिम संस्कार, यातायात नियमों को लेकर ऐसे उड़ा रहे मजाक
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
Pankhuri Singh
Updated Sat, 12 Jan 2019 04:54 PM IST
आमतौर पर देखा गया है कि, दोपहिया चलाने वाले ज्यादातर लोग हेलमेट लगाना नहीं पसंद करते हैं। हालांकि, हेलमेट लगाना ट्रैफिक नियमों के महत्वपूर्ण नियमों में से एक है। देश में हर जगह ऐसे कई लोग पाए जाते हैं जो इस नियम की रोज अवहेलना करते हैं। लेकिन पुणे में इस नियम को न मानने वालों ने तो हद ही पार दी है।
महाराष्ट्र का पुणे शहर एक बेहद विचित्र कार्य के लिए चर्चा में है क्योंकि एक समूह ने मिलाकर हेलमेट का ही अंतिम संस्कार कर दिया।पिछले साल, पुणे पुलिस ने दोपहिया वाहन सवारों के लिए हेलमेट का उपयोग अनिवार्य कर दिया था। तब से, पुणे की जनता का एक बड़ा हिस्सा नए कानून का विरोध कर रहा है। ये नियम 1 जनवरी 2019 से लागू हो चुका है और पुलिस ने मोटर चालकों को हेलमेट नियम का पालन नहीं करने के लिए 9,500 से अधिक जुर्माने लगाए हैं।
पुणे के एक समूह हेलमेट शक्ति विरोधी कृति समिति ने नए नियम के खिलाफ विरोध करने के लिए एक हेलमेट के अंतिम संस्कार समारोह का आयोजन किया। शासन के प्रभाव में आने के 10 वें दिन अंतिम संस्कार किया गया।इस पूरे आयोजन की अगुवाई एक शिवसेना नेता महादेव बाबई कर रहे थे।
नवगठित समिति के प्रमुख के अनुसार राजमार्गों के लिए हेलमेट अनिवार्य किया जा सकता है, लेकिन उन्हें शहर की सीमा के अंदर की आवश्यकता नहीं है, जहां 20-30 किमी / घंटा दोपहिया वाहनों द्वारा अधिकतम गति प्राप्त की जाती है।
प्रदर्शनकारियों ने यहां तक कहा कि वे जुर्माना देने से छूटने के लिए अपने पगड़ी पहनना शुरू कर देंगे।दिलचस्प बात यह है कि, सिखों को हेलमेट पहनने से छूट है क्योंकि हेलमेट उनके पगड़ी में फिट नहीं हो सकते।
पुणे की पुलिस ने नए नियमों को लागू किया था जिसके पीछे वजह पुणे की सड़कों पर दोपहिया वाहन से हो रही दुर्घटनाएं हैं। जिसके कारण 184 लोगों की मौत हुई थी। पुणे निवासियों ने पहले पत्रकार भवन से पुलिस कमिश्नर के कार्यालय तक बिना हेलमेट के सवारी करते हुए हेलमेट का विरोध किया।
काफिले में सैकड़ों प्रदर्शनकारी सवार थे। इसी बीच मौजूद पुलिस ने बिना हेलमेट के सवारों की तस्वीरें क्लिक की और इलेक्ट्रॉनिक चालान जारी किए।यातायात पुलिस ने बिना हेलमेट के 6,105 सवारियों को पकड़ा और 3,414 सवारों को सीसीटीवी फुटेज पर पकड़ने के बाद जुर्माना लगाया गया। रैली से लगभग 50 सवारों को जुर्माना जारी किया गया।