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ये गिलहरी करती है ज्वेलरी शॉप की पहरेदारी, गहनों से लेकर रुपयों पैसों पर रखती है अपनी नजर

टीम फिरकी, नई दिल्ली Published by: संकल्प सिंह Updated Tue, 22 Jun 2021 01:05 PM IST
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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर - फोटो : Pixabay
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चौकीदारी या वफादारी का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में कुत्तों की तस्वीर अपने आप आ जाती है। कुत्ते होते ही इतने भरोसेमंद हैं कि आज इनके नाम को वफादारी के प्रतीक के तौर पर लिया जाता है। ये तो रही कुत्तों की बात पर क्या कभी आपने किसी ऐसी गिलहरी के बारे में सुना है, जो गहनों और रुपयों की चौकीदारी करती हो? अगर नहीं! तो आज हम आपको एक ऐसी ही गिलहरी के बारे में बताने वाले हैं, जो एक दुकान की रखवाली करती है। तुर्की की यह गिलहरी ज्वेलरी शॉप की रखवाली करती है। यह गिलहरी इतनी ट्रेंड है कि इसकी आंखों के सामने से कोई रुपयों या गहनों की चोरी नहीं कर सकता है। ये हमेशा अपने मालिक के साथ दुकान पर डटी रहती है। मालिक ज्वेलरी का बिजनेस करता है तो ये दुकान की रखवाली करती है। अक्सर दूर-दूर से कई लोग इस गिलहरी को देखने के लिए आते हैं।
इस गिलहरी का नाम मेमोकेन है। ये तुर्की में स्थित दियारबाकिर में अपने मालिक के साथ रहती है। मेमोकेन पहरेदारी में काफी ट्रेंड है। वह गहनों और पैसों की तो देखरेख करती ही है साथ ही साथ वह रजिस्टर में कोई हेर-फेर ना हो इस पर भी अपनी नजर बनाए रखती है। मेमोकेन इतनी चौकन्नी रहती है कि अगर कोई गहने चोरी करने या कैश चोरी करने की हिम्मत करता है, तो वह उसे फौरन काटने के लिए दौड़ती है।
कैश काउंटर के पास दुकानदार के सिवा कोई और नहीं आ सकता है। मेमोकेन जब ऑफ ड्यूटी होती है तो वह डिस्पले काउंटर पर घूमती है, उसकी निगाहें दुकान के हर एक कोने पर सीसीटीवी कैमरे की तरह टिकी रहती हैं। तुर्की के ज्वेलर ने बताया कि कुछ महीनों पहले उन्होंने मेमोकेन को वंचित हालात में देखा था। गिलहरी को इस हालात में देखकर उन्हें दया आ गई। इसके बाद उन्होंने उसे अपना लिया। इस दुकानदार का नाम मेहमेट युक्सेल है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 3 महीने पहले इस गिलहरी की मां की मौत हो गई थी। इस कारण यह गिलहरी अकेली पड़ गई थी। युक्सेल अपने साथ गिलहरी को घर लाने के बाद उसकी देखभाल और पालन-पोषण करने लगे। इसके अलावा वे मेमोकेन को अपने साथ रोजाना दुकान भी ले जाने लगे। देखते ही देखते मेमोकेन पहरेदारी के काम में ट्रेंड हो गई और वह दुकान पर ज्वेलरी और पैसों की देखभाल करने लगी।
आपको बता दें कि मेमोकेन के पैर में अभी भी चोट लगी हुई है। उसके हालात धीरे-धीरे सुधर रहें हैं। ज्वेलरी शॉप के मालिक का कहना है कि गिलहरी जब पूरी तरह ठीक हो जाएगी तो वह मेमोकेन को छोड़ देंगे। युक्सेल बताते हैं कि गिलहरी जब भी शॉप पर होती है, उस दौरान कैश बॉक्स में हाथ डालने की किसी की हिम्मत नहीं होती। मालिक के अलावा जो कोई भी कैश बॉक्स में हाथ लगाने की हिम्मत करता है, गिलहरी उसे काट लेती है।
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