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Clock Moves In Opposite Direction: दुनिया में कई ऐसी जगह है, जहां के तौर तरीके काफी अलग होते हैं, लेकिन आज हम आपको जिस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं। उसके बारे में जानकर आप हैरान रह जएंगे। आप इससे पहले शायद ही कभी ऐसी जगह की अजीब सी प्रथा के बारे में सुना होगा। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के एक गांव में एक ऐसी अजीब प्रथा है, जिसके बारे में जानकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे। दरअसल, इस प्रथा के मुताबिक इस गांव की घड़ी के कांटे उलटी दिशा में चलते हैं। इसे देखकर आप भी जरूर कंफ्यूज हो जाएंगे। इतना ही नहीं अजीब बात ये भी है कि यहां पर रात को 12 बजे के बाद एक नहीं बल्कि 11 बजते हैं। जी हा, ये सुनने में भले ही अजीब है. लेकिन ये बिल्कुल सच है। इस गांव में घड़ियां आम घड़ियों से बेहद अलग हैं। वहीं इन लोगों का मानना है कि इनकी घड़ी सही चलती है।
घड़ी की सुई चलती है एंटी क्लॉक वाइज
इस गांव की घड़ियां एंटी क्लॉक वाइज (Anti Clockwise) चलती हैं, यानी बाईं से दाईं तरफ नहीं बल्कि दाईं से बाईं तरफ चलती हैं। इस प्रथा का पालन गोंड आदिवासी समुदाय (Gond Tribal Community) के लोग करते हैं।
क्या है इसकी बताई
इस घड़ी को गोंडवाना टाइम (Gondwana Time) कहा जाता है। इन लोगों का कहना है कि धरती दाईं से बाईं दिशा में घूमती है। इसके साथ ही चांद, सूरज से लेकर तारे, सभी इसी दिशा में घूमते हैं।
यही वजह है कि इस समुदाय के लोगों अपनी घड़ी की दिशा ऐसी रखते हैं। ऐसी एक और प्रथा है जो गोंड आदिवासी समुदाय के शादियों की प्रथा से जुड़ा है। इसके बारे में जानकर आप सभी हैरान रह जाएंगे।
फेरे भी लेते हैं उलटे
गोंड समुदाय के लोगों का शादी करने का तरीका भी कुछ अलग है। इसमें दूल्हा-दुल्हन के फेरे भी उल्टी दिशा में लिए जाते हैं।