जर्मनी के एक कस्बे में मतदाताओं ने अपनी स्थानीय परिषद को एक अनोखा संदेश दिया है कि हमारी सड़कों को बेनाम ही रहने दें। जी हां, दुनिया में एक जगह ऐसी भी है जहां सड़कें और चौराहे बेनाम हैं। आप जरूर सोच रहे होंगे कि यहां के लोग पता कैसे बताते होंगे और कैसे मालूम होता होगा कि वे कौन सी जगह पर हैं।
कुछ दिनों पहले हिलगर्मिसन के लोगों को यह तय करने के लिए जनमत संग्रह में भाग लेने के लिए कहा गया था कि स्थानीय सड़कों को नाम दिया जाए या नहीं, क्योंकि वर्तमान पते उन लोगों के लिए एक चुनौतीपूर्ण साबित हुए हैं जो वहां के निवासी नहीं हैं।
1970 के दशक में हिलगर्मिसन का गठन कई छोटे समुदायों से किया गया था।इतिहास यह बताता है कि वहां केवल घर के नंबरों और एक पुराने गांव के नाम से पते बने हुए हैं। शहर में 2,200 लोग रह रहे हैं, और 60% लोग जिन्होंने जनमत संग्रह में मतदान किया, उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि मौजूदा प्रणाली को बनाए रखा जाए।
दरअसल इस बात को मद्देनजर रखते हुए परिषद द्वारा यह सुझाव दिया गया था कि प्रत्येक गली को एक नाम देने से आपातकालीन सेवाओं और डिलीवरी ड्राइवरों के काम को आसान बनाया जा सकता है, लेकिन आयोजित वोट में पर्याप्त स्थानीय लोगों ने सहमति नहीं दी। दुनिया में ऐसा भी होता है, ये अपने आप में काफी अनोखा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ निवासियों ने जनमत संग्रह के निर्माण में प्रस्ताव के समर्थकों और विरोधियों के बीच एक "चिड़चिड़ा माहौल" पाया गया था, लेकिन परिणाम अगले दो वर्षों के लिए बाध्यकारी है। ऐसा तब हुआ जब तीन स्थानीय लोगों ने परिषद की योजना को विफल करने के लिए सार्वजनिक वोट रुकवा दिया, हालांकि इसने निवासियों द्वारा कुछ सड़कों नाम देने से नहीं रोका है।