पाकिस्तान में मरना पड़ेगा महंगा, मुर्दों से पैसा वसूलने की तैयारी
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
Ayush Jha
Updated Thu, 18 Jul 2019 04:45 PM IST
प्रतिकात्मक तस्वीर
- फोटो : social media
पाकिस्तान आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। सरकार जिंदा लोगों से टैक्स वसूल ही रही है, अब उसने मुर्दों से भी पैसे वसूलने का मन बना लिया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने लाहौर में मुर्दों को दफन करने के लिए बनने वाली नई कब्रों पर 1 हजार से 1500 पाकिस्तानी रुपये वसूलने का प्रस्ताव दिया है।
पाकिस्तानी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, लाहौर नगर निगम ने सुझाव को मंजूरी के लिए सरकार को भेजा है। यह दलील दी गई है कि रकम का इस्तेमाल कब्रिस्तानों की देखभाल के लिए किया जाएगा। इस प्रस्ताव के अनुसार व्यस्क को दफनाने के लिए 1500 रुपये जमा कराने होंगे जबकि नाबालिग को दफनाने के लिए 1000 रुपये जमा कराने होंगे।
सरकार ने कब्रिस्तानों में दफनाने के लिए एक समय-सारणी भी प्रस्तावित की है, जिसके तहत आधी रात को 2:00 बजे से सुबह 5:00 बजे के बीच शवों को दफन नहीं किया जा सकता है। प्रस्तावित अनुसूची के अनुसार, जो परिवार समय सारिणी का उल्लंघन करेंगे, उन्हें अधिकारियों को 2000 रुपये का अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
अभी कब्रिस्तान में जगह और मुर्दे को दफन करने में 10 हजार का खर्च आता है। वैसे आपको बता दें कि पाकिस्तान में मुस्लिम ही नहीं बल्कि हिंदुओं को भी दफनाने की परम्परा है। बंटवारे से पहले बड़ी संख्या में पाकिस्तान में हिंदू आबादी थी। यहां का कराची एक बड़ा शहर है।
पाकिस्तान में रहने वाले 80 प्रतिशत हिंदू यानी करीब करीब 70 लाख हिंदू शवों को जलाते नहीं बल्कि दफन करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हिंदू आबादी का एक बड़ा हिस्सा नीची जाति या फिर दलितों का है। ये परिवार दक्षिणी सिंध में रहते हैं और गरीब हैं।
हिंदुओं के लिए ये सबसे बड़ा श्मशान घाट यहीं लयारी में है, लेकिन एक सदी से भी ज्यादा पुराना ये श्मशान घाट अंग्रेजों के जमाने में बनवाया गया था और ये करीब 22 एकड़ में फैला हुआ है। लेकिन इस श्मशान घाट में सन्नाटा पसरा रहता है। यहां अब कोई क्रिया कर्म नहीं करने आता। क्रिया कर्म में करीब 8 हज़ार से 15 हज़ार का खर्च आता है, क्योंकि इसके लिए लकड़ी, नारियल, घी, अगरबत्ती, मेवे आदि का इंतज़ाम करना होता है।