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कहते हैं कि कोलकाता की हवा में भी मिठास है। वहां की भाषा, खान-पान, चाल और ढाल में लोगों ने मीठापन महसूस किया है। लेकिन अब जो खबर सामने आई वो चीख चीख कर कह रही है कि कोलकाता अब इश्क सपोर्टिव नहीं रहा। दरअसल कोलकाता मेट्रो में एक कपल की जमकर धुनाई कर डाली गई। क्योंकि, वो भरी मेट्रो में एक दूसरे से चिपककर खड़े थे। लोगों को कपल का प्रेम पाश में यू बंधना रास नहीं आया और मॉरल-पुलिसिंग के ठेके के तहत ब्यॉयफ्रेंड की पिटाई कर दी गई। साथ में लड़की के साथ भी धक्का-मुक्की की गई। इस दौरान ताने भी मारे गए।
तनाव का आलम ये हो गया कि अगले स्टेशन (दमदम) आने पर, कपल को धक्के मारकर मेट्रो से बाहर कर दिया गया। दूसरे डिब्बे के लोगों ने आकर किसी तरह मामले को संभाला।
हालांकि इसका दूसरा पहला भी जानना जरूरी है लेकिन इस हाथापाई की घटना ने एक सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर हम किस रास्ते पर जा रहे हैं। एक तरफ विकास की सूचक कही जाने वाली मेट्रो में सफर करके खुद को विकास का साथी मानते हैं और दूसरी ओर प्रेम में डूबे कपल को समाज के लिए खतरा मान बैठते हैं।
कपल को पीटे जाने का मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ रहा है। लोग मामले को लेकर दो खेमों में बंटे हुए हैं। एक तरफ इस मॉरल पुलिसंग के नाम पर इसे सही करार दिया जा रहा है तो दूसरा पक्ष इसे अधिकारों का हनन बता रहा है।
कोलकाता मेट्रो ने वही बताया, जो नहीं बताते... तो भी मालूम होता। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। फिलहाल किसी तरह की शिकायत नहीं की गई है। सोशल मीडिया पर मिली जानकारी के आधार पर हम मामले की जांच कर रहे हैं।