विस्तार
इन दिनों भारतवर्ष में 'सैनेटरी पैड और मासिक धर्म' फुल चर्चा में हैं। हर ओर से अब इन्हीं विषयों के ईर्द गिर्द ख़बरें आ रही हैं। अभी गुजरात से ऐसी ही ख़बर आई थी कि दो लड़कियों ने केले के रेशों से ऑर्गेनिक सैनेटरी पैड बनाने में सफलता पाई है। हालांकि, यह प्रोजेक्ट टेस्टिंग के दौर में है।
अब राजस्थान से भी दो लड़कियों ने इसी विषय के ईर्द-गिर्द नया आइडिया ढूंढा है। यहां राजधानी जयपुर में दो लड़कियों पूर्वी और सुहानी मित्तल ने एक अनोखे बैंक की शुरुआत की है। ये लड़कियां पैडबैंक शुरू कर चुकी हैं। इसमें महिलाएं पैड दान कर सकती हैं और जरूरतमंद लड़कियां यहां से मुफ्त में सैनेटरी पैड ले सकती हैं।
पूर्वी ने बताया कि इसके लिए देवी नगर स्थित प्रथम शिक्षा ट्रस्ट को माध्यम बनाया है, जहां से इस पूरे अभियान को चलाया जा रहा है। इसके लिए दस कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं। जहां तक पैड डोनेट किए जा रहे हैं। यहां से इन्हें लेकर प्रथम शिक्षा ट्रस्ट तक लाया जाएगा।
जहां तक बात जरूरत मंद लड़कियों की है। उनका एक अकाउंट यहां खोला जाएगा। हर महीने उन्हें दस पैड दिए जाएंगे। यह करीब करीब उसी तरह ऑपरेट किया जाएगा, जिस तरह बैंक आदि में अकाउंट रखा जाता है, उनका पूरा लेखा जोखा भी होगा।
इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए एक अभियान चलाया जाएगा। इसमें गर्ल्स की लिस्टिंग की जाएगी। इसमें अपील की जाएगी कि जब गर्ल्स अपने लिए सैनेटरी नैपकिन खरीदें तो एक अतिरिक्त लें, जिससे वे पैड बैंक में जमा करवा सकें, जो किसी जरूरत मंद के काम आए।