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आजकल चौक चौराहों पर पुड़िया फाड़कर फेंकने वाले और मसाला मुंह में घोल कर पीक मारने वाले लोग भी साफ सफाई की चर्चा कर रहे हैं। देश के सबसे साफ सुथरे वाले शहर का तमगा पाकर इंदौर भी इतरा रहा है। पूरा मध्य प्रदेश गर्व से फूला नहीं समा रहा है। ऐसे में मध्य प्रदेश के खाते में एक और शानदार रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। अब ये नहीं पता कि एमपी वालों का रिएक्शन क्या होगा, इस रिकॉर्ड को जानने के बाद।
मध्य प्रदेश के पुलिसिया आंकड़े बता रहे हैं कि घरेलू हिंसा के शिकार महिलाओं के मुकाबले पुरुष ज्यादा हो रहे हैं। पुलिस के मुताबिक पीड़ित पतियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। तुरंत मदद के लिए जारी किए गए 100 नंबर ने इस बात पर प्रकाश डाला है। उनका कहना है कि पिछले कुछ दिनों में ऐसे कॉल ज्यादा आ रहे हैं जहां पति पुलिस से मदद की गुहार लगा रहे है। इस विषम परिस्थिति को देखकर पुलिस महकमा परेशान है।
आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि जनवरी 2018 से लेकर अब तक 802 से ज्यादा मामसे प्रकाश में आ जाते हैं जबकि तथाकथित पुरुष प्रधान समाज में ज्यादातर पुरुष लोकलाज के डर से शिकायत ही नहीं करवाते होंगे। ऐसे में सरकार को पतियों की सुरक्षा के लिए भी इंजाम करना चाहिए।