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राजस्थान की राजधानी जयपुर के पास हिंडोली नाम के गांव में बाबा जी का बाड़ा नाम की जगह है। इस इलाके की तासीर में गांव का भुरभुरापन है तो चमक-धमक के मामले में शहरीपन भी ठसा हुआ है। बढ़िया शानदार दो-तल्ला और तीन-तल्ला मकान तन कर आपका स्वागत करते दिख जाएंगे। चमाचमाते हुए मकानों में लगी महंगी टाइल्स आपका ध्यान बाहर से ही खींच लेंगी। दरवाजे पर खड़ी महंगी-महंगी गाड़ियों से आपकी आंखें चौंधिया भी सकती है इसलिए गॉगल साथ में रखें।
अब आप हिंडोली गांव में आ चुके हैं सुस्ताइए, मौज-मस्ती और हंसी मजाक कीजिए लेकिन खाने-पीने से पहले 100 बार सोच लेना। क्योंकि इस गांव में आपको सारी सुविधाएं मिल जाएंगी सिवाए एक को छोड़कर, पेट भर खाना खाने के बाद आपकों इमरजेंसी हालातों में मुकम्मल जगह तलाशनी पड़ेगी। गांव के लोग अपने बड़े-बड़े मकानों से सुबह-सुबह लोटा लेकर निकलते हैं।
गांव में शौचालय नहीं होने के पीछे... सरकार की लापरवाही और लोगों का बेरुखापन है। 300 की आबादी वाले इस गांव में सिर्फ 16 शौचालय है। कुछ एक घरों में 6-6 गाड़ियां हैं लेकिन उनके घर की महिलाएं, बच्चें और बुजुर्ग मॉर्निंग कॉल अटेंड करने के लिए मैदान में जाते हैं। इनका कहना है कि शौचालय बनवाने के लिए सरकार पैसा नहीं देती है। जिनके पास 6 गाड़ियां हैं, उन्होंने बताया कि उनके पूरे परिवार में कुल 15 गाड़ियां हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक गांव के लोगों ने दस्तावेज दिखाएं हैं कि सरकार शौचालय बनवाने के एवज में पैसा देने का वादा तो करती है लेकिन देती एक ढेला भी नहीं है। गांव वाले बताते हैं एक शौचालय बनवाने में 25 हजार का खर्च आता है लेकिन सरकार सिर्फ 15 हजार रुपये देती है।
माना कि सरकार रकम देने में लापरवाही कर रही है, अगर वादा किया है तो बिल्कुल दिया जाना चाहिए, लेकिन ये बात भी तो समझ से परे हैं कि 10 लाख रुपये की गाड़ी घर में रखने वाले कुछ एक हजार रुपये के लिए घर की बात को खुले मैदान में ले जाते हैं।