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राजस्थान के अलवर में मेवात के एक गांव का नाम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर रखने का एलान हुआ, लेकिन सरकार बोली कि उसे इस बात की भनक तक नहीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक समाजसेवी और सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिन्देश्वर पाठक ने इस बात की घोषणा एक समारोह में कर दी। इस पर राजस्थान सरकार की तरफ से यह साफ किया गया कि किसी भी गांव का नाम बदलने का निर्णय सरकार ही लेती है और सरकार को ऐसे किसी प्रस्ताव की जानकारी ही नहीं।
अलवर जिला प्रशासन की तरफ से भी यही कहा गया कि फिलहाल किसी गांव का नाम बदलने के बारे में कोई चर्चा ही नहीं है।
गांव का नाम बदलने की घोषणा करने वाले सुलभ इंटरनेशनल के प्रमुख बिन्देश्वर पाठक ने एक समारोह में भारत में अमेरिका संबंधों में और मधुरता लाने की बात करते हुए एक गांव का नाम डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर रखने का एलान किया था। पाठक शौचालय संबंधी जागरुकता अभियान चलाते हैं। पाठक लोगों को सार्वजनिक शौचालय उपलब्ध कराने और मैला ढोने की प्रथा का अंत करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने अमेरिका में रह रहे भारतीयों का ध्यान खींचने और उनसे मदद लेने के लिए ऐसी बात कही।
पाठक जो भी कहें, लेकिन राजस्थान में ट्रंप विलेज तभी बन सकेगा जब सरकार चाहेगी!