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ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ ll दुनिया की सबसे ज्यादा अवधि तक राज सिंहासन पर बिराजमान होने वाली शासक कही जाती हैं। वह 1952 से यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की रानी रही हैं। क्या आपको पता है कि कुछ कानून महारानी के ऊपर लागू ही नहीं होते। यहां दस ऐसे कानूनों का जिक्र है, जिनका महारानी से कुछ भी लेना-देना नहीं है।
10- हंस खाने और डॉल्फिन पालने की छूट
यूनाइटेड किंगडम में हंस के शिकार पर रोक हैं, ऐसे में अगर कोई उसे खाने का जोखिम मोल लेता है तो उसके भयानक परिणाम आप समझ ही सकते हैं। लेकिन महारानी पर यह कानून लागू नहीं होता है। महारानी चाहें तो हंस का मांस खा सकती हैं। यूके में डाल्फिन को पालने पर भी मनाही है, लेकिन महारानी के लिए नहीं। प्रसिद्ध नदी थेम्स में महारानी की पालतू डॉल्फिन और व्हेल मछलियां पाई जाती हैं।
ब्रिटेन में ड्राइविंग लाइसेंस महारानी की रॉयल मैजेस्टी की तरफ से ही जारी किए जाते हैं। शायद यही कारण है कि महारानी को कार चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत नहीं है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने एक एंबुलेंस चलाई थी। 1998 में सऊदी अरब के राजकुमार ने जब ब्रिटेन की यात्रा की थी तब महारानी ने उन्हें लैंड रोवर चलाकर घुमाया था। तब लोगों ने कहा था कि अरब में महिलाओं के कार चलाने पर प्रतिबंध का महारानी ने बदला ले लिया।
यूके में बाकी लोगों की तरह महारानी को गाड़ी चलाते वक्त स्पीड लिमिट का ध्यान नहीं रखना होता है। उनके लिए यह छूट है कि वह जितनी तेज गाड़ी चलाना चाहें चला सकती हैं। उनकी मरहूम बहन राजकुमारी मार्गरेट को भी यह सहूलियत नहीं थी।
महारानी एलिजाबेथ उन लोगों में से हैं जिन्हें दुनिया में किसी भी देश की हवाई यात्रा के लिए पासपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ती। ब्रिटेन में ड्राइविंग लाइसेंस की तरह पासपोर्ट भी महारानी की रॉयल मैजेस्टी बनाती हैं। इसलिए जब वह यात्रा के लिए अपना बैग लगाएं तो पासपोर्ट एक ऐसी चीज होगी, जिसे वह भूल सकती हैं।
इंग्लैंड में लोकतांत्रिक समाज की तरह प्रेस और पब्लिक को परिस्थितियों से संबंधित जानकारियां मांगने का अधिकार है, लेकिन यह कानून महारानी और शाही परिवार पर लागू नहीं होता। वे चाहें तो अपने मामले निजी रख सकती हैं।
ब्रिटेन में हर कमाने वाले शख्स को टैक्स भरना होता है, लेकिन यह नियम महारानी के ऊपर लागू नहीं होता। लेकिन 1992 से महारानी स्वेच्छा से टैक्स दे रही हैं।
महारानी चाहें तो युद्ध का एलान कर सकती हैं। हलांकि युद्ध जैसे निर्णय ब्रिटेन की संसद लेती है लेकिन महारानी की मुहर लगे बिना फैसला लागू नहीं होता। महारानी अगर चाहें कि उन्हें अगले दिन अमेरिका से युद्ध लड़ना है तो वह इसका एलान कर सकती हैं और गजब की बात यह है कि जिन देशों पर उन्होंने राज किया है, उन्हें भी ब्रिटेन के साथ लड़ाई में सहभागिता निभानी पड़ेगी। महारानी चाहें तो ऑस्ट्रेलिया और कनाडा की सरकार को बर्खास्त कर सकती हैं। 1975 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री को बर्खास्त कर दिया था।
ब्रिटेन में जब कोई कानून संसद से पास होकर हाउस ऑफ लॉर्ड्स पहुंचता है, तब वह शाही सहमति अथवा अनुमोदन के लिए महारानी के पास आता है। महारानी चाहें तो उसे कानून बनाए या निरस्त कर दें। कुलमिलाकर अगर महारानी की इच्छा कानून को लागू करने की नहीं है तो वह ऐसा कर सकती हैं।
महारानी के खिलाफ मुकदमा नहीं चलाया जा सकता, जैसा कि वह कानून से ऊपर हैं। उन्हें जेल नहीं भेजा जा सकता है और उन्हें अदालत में अपनी सफाई में कोई सुबूत भी नहीं देना होगा। ... और गजब की बात यह है कि महारानी के लिए यह बात अकेले ब्रिटेन ही नहीं, बल्कि दुनिया में लागू होती है।
महारानी चाहें तो किसी भी कानून की धज्जियां उड़ा सकती हैं। वह सिग्नल तोड़ सकती हैं। आपातकाल के वक्त महारानी अगर लूटपाट करती हैं तो वह जायज माना जाएगा। इस दौरान वह चाहें तो किसी की भी निजी जायदाद पर कब्जा कर सकती हैं। महारानी के पास बकिंघम पैलेस में खुद की नकदी छापने की मशीन हैं, वह जितना चाहें उतना कैश छाप सकती हैं। वह अपनी उम्र के बारे में झूठ बोल सकती हैं। वह जितनी बार चाहें अपना जन्मदिन मना सकती हैं। महारानी कानूनी तरीके से बच्चों को चुरा सकती है, बैंक में डाका डाल सकती हैं, यहां तक की हत्या भी कर सकती हैं। हालांकि इतनी छूट होते हुए भी उन्होंने ऐसी किसी भी बात पर अमल नहीं किया है। लेकिन देखा जाए तो दुनिया में असली भौकाल महारानी का ही नजर आता है।
सोर्स- वंडर्सलिस्ट