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वैसे तो क्रिकेट और WWE का आपस में कोई संबंध नहीं है। क्रिकेट का जहां जेटलमेन गेम कहा जाता है तो वहीं रेसलिंग में जेंटलमेन वाली कोई फीलिंग नहीं होती है। लेकिन पिछले दिनों गुवाहटी में खेले गए दूसरे T-20 मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी जेसन बेहरनडोर्फ से पूछ लिया कि आप रेसलर जॉन सीना जैसे दिखते हैं, आप इसको कैसे देखते हैं।इस सवाल के बाद क्रिकेट और रेसलिंग के बीच नया रिश्ता बन निकला। तो हमने भी सोचा कि क्यों न दोनों खेलों को फिरकी के पानी में घोल दिया जाए। देखिए क्या निकला… कौन से क्रिकेटर हैं जो रेसलिंग के फॉर्मेट में फिट बैठ रहे हैं।
रेसलिंग की रिंग में अगर किसी क्रिकेटर की कल्पना करें तो सबसे पहले दिमाग में इसी खिलाड़ी का चेहरा सामने आता है। जबराट खिलाड़ी जिसके चेहरे पर मुस्कान और मिजाज में गुस्सा रहता है। सिक्स पेक एब्स के साथ अगर ये रिंग में उतरे तो सिग्नेचर डांस स्टेप भी रेडी है। जैसे क्रिस गेल बतौर रेसलर जंचते हैं, वैसे ही रिक फ्लेयर भी क्रिकेटर दिखाई देते हैं। अब रिक फ्लेयर और क्रिस गेल… को दोनों को एक साथ करके देखें तो क्रिस में फ्लेयर वाली सारी क्वॉलिटी दिख जाएगी।
वैसे ही मसखरे… वैसे ही किंग साइज लाइफ जीने वाले। क्रिस गेल जहां मैदान पर दौड़ के रन लेने के बजाय हपक के छक्का मारने में विश्वास रखते हैं, रिक फ्लेयर भी दौड़ दौड़ के मारने के बजाय खड़े खड़े ठुड्डी के नीचे मारने में विश्वास रखते हैं।
धोनी और ट्रिपल एच तो बिल्कुल एक थीम पर खेलते हैं। धोनी जहां इंडियन टीम को मुकाम तक पहुंचाने वाले शख्स हैं तो वैसे ही कुछ ट्रिपल एच ने भी किया। जब WWE की कमान इनके हाथ में आई तो मंडे नाइट्स चलाकर ट्रिपल एच ने लोगों के जेहन में रेसलिंग को एक बार फिर से जिंदा कर दिया। ट्रिपल एच ने लीजेंड्स को दोबारा रिंग में आने के लिए तैयार किया, साथ ही कई नए रेसलर्स को मौका भी दिया। बीच में खुद रिंग में उतरकर रोमांच बढ़ाया। ऐसा ही कुछ धोनी ने भी किया, कई सारे नए खिलाड़ियों को मौका दिया, भविष्य की टीम तैयार की।
खास बात ये है कि दोनों में चैंपियन वाला एटिट्यूड है। बाकि बॉडी के मामले में धोनी भले ही कमजोर पड़ें, लेकिन दिमाग के मामले में वो ट्रिपल एच को रिंग के अंदर तीन बार पटक सकते हैं।
फिटनेस के मामले में विराट डैनियल को मात दे सकते हैं, लेकिन बाकी सारे पैरामीटर्स पर देखें तो विराट और डैनियल पैरलल दिखाई देते हैं। जैसे कि विराट ने टीम में खुद को स्टैबलिश किया फिर पूरी टीम को अपने हिसाब से ढाल दिया। गुस्सैल भी है और सेंसटिव भी... और क्राउड उनके लिए किस हद तक पागल है ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है।
ऐसा ही कुछ डैनियल ब्रायन के साथ भी है। क्राउड का सपोर्ट्स भी विराट जैसा ही है, रिंग में उतरते हैं तो लगता है जैसे पूरी दुनिया Yes! बोल रही है, काफी सेंसटिव हैं… गुस्सा नाक पर रहता है, साइज देखते नहीं, किसी से भी भिड़ जाते हैं। इसीलिए लोग उनके दिवाने भी हैं।
केविन पीटरसन का खेल का ग्राफ जिस तरीके का रहा, शायद ही कोई क्रिकेटर ऐसा रहा होगा। क्रिकेट के मैदान पर उनका परफॉर्मेंस कभी सवालों के घेरे में नहीं रहा लेकिन इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से उनकी लड़ाई हमेशा सुर्खियों में रही। अपनी किताब में तो पीटरसन ने कई पूर्व टीम मेट और ईसीबी के खिलाफ खुलकर बोला था। इसी लड़ाई के चलते केविन, क्रिकेट से दूर हो गए।
सीएम पंक के साथ भी केविन जैसा ही कुछ रहा। WWE में रहते हुए उनके भी मैनेजमेंट से बड़े पंगे रहे। खासकर ट्रिपल एच के साथ पंक के कुछ खास इश्यू थे, लिहाजा पंक और केविन के साथ कुछ एक जैसा हुआ। दोनों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
Source- Sports Keeda