सुप्रीम कोर्ट ने पिछली दीवाली पटाखे बैन किए थे और इस दीवाली सिर्फ दो घंटे पटाखे जलाने की अनुमति दी है। इस फैसले पर कुछ लोग नाराजगी जता रहे हैं तो कुछ लोग तारीफ कर रहे हैं। मुद्दे की बात ये है कि पटाखों की वजह से प्रदूषण में इजाफा होता है। देखा जाए तो यह फैसला वाकई में जनहित में है। एक तो पटाखों से होने वाले शोरशराबे और धुएं से राहत मिलेगी और उन पर होने वाला फिजूल खर्च भी बचेगा। लेकिन फिरकी टीम ने इस बारे में जब लोगों से बात कि उन्होंने और भी दुखड़े बयां किए और कहा कि पटाखों पर बैन या टाइम लिमिट तो सही है, साथ ही दीवाली पर इन चीजों पर भी बैन लगा देना चाहिए।
गिफ्ट में सोनपापड़ी का डिब्बा
खाता कोई नहीं है, एक ही डिब्बा एक घर से दूसरे घर घूमता रहता है।
ऑफिस के कर्मचारियों को गिफ्ट में किचन का सामान
कर्मचारियों को किचन का सामान गिफ्ट में क्यों दिया जाता है, भईया ये लॉजिक तो समझ में ही नहीं आता है। अरे भई दीवाली है...पिंकी दीदी की मैरिज पार्टी नहीं! कुछ पैसे दे दो तो दीवाली मन जाए।
दीवाली पर पूजा के नाम पर ऑफिस बुलाया जाना
साल भर में एक बार तो दीवाली का त्योहार आता है। उसमें भी पूजा के नाम पर हाजिरी लगाने को बोल दिया जाए तो खाक त्योहार मनेगा।
झालरें
बिजली से जलने वाली झालरों पर बैन इसलिए लगा देना चाहिए कि इससे एक तो चीन के सामान की बिक्री कुछ कम होगी और दूसरा बिजली बचेगी। लोगों को चाहिए के तेल और घी के दिए जलाकर रौशनी करें।
गाड़ियों की बिक्री
राजधानी दिल्ली और एनसीआर प्रदूषण के साथ जाम का एक बहुत बड़ा कारण सड़कों की क्षमता से ज्यादा वाहन का होना है। दीवाली का त्योहार जाम फ्री रहे इसलिए दीवाली तक कारों की बिक्री पर बैन लगा देना चाहिए।
कानफोड़ू डीजे
कोई बता दे कि कानफोड़ू डीजे के बजने पर एक भी सभ्य आदमी नाचता या झूमता हो। इनको तुरंत बैन कर देना चाहिए।
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गिफ्ट में सोनपापड़ी का डिब्बा
फिरकी टीम ने इस बारे में जब लोगों से बात कि उन्होंने और भी दुखड़े बयां किए और कहा कि पटाखों पर बैन तो सही है, साथ ही दीवाली पर इन चीजों पर भी बैन लगा देना चाहिए।