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दीवाली के दिन हम सब सुख और समृद्धि की कामना करते हैं। साफ-साफ शब्दों में समझें तो चाहते हैं कि अमीर हो जाएं। अब इसका कोई पैमाना तो होता नहीं… कि कितना अमीर हो जाएं। जितना मिले, उतना कम। हर इंसान बस अमीर लोगों की लिस्ट में अपना नाम शामिल कराना चाहता है। अब लक्ष्मी मैया किसकी सुन लें, कौैन जाने। इसलिए ये जान लें कि अमीर लोग आखिर दीवाली मनाते कैसे हैं। ताकि अगली दीवाली तक आप अमीर हो जाएं तो ये सब काम करें।
अमीर हो या गरीब, दीवाली के दिन हर इंसान गणेश लक्ष्मी की पूजा जरूर करते हैं। इन लोगों की पूजा सुबह से शुरू होती है और रात तक चलती है। कई सारे बिलेनियर, सुबह नहा-धोकर मंदिर पहुंचते हैं, भगवान के दर्शन करते हैं। और रात वाली पूजा तो होती ही है।
अमीर, बन जाए तो लोगों को गिफ्ट देने की आदत डालें। दीवाली के दिन तो गिफ्ट देने वाले ही अमीर कहलाते हैं। गिफ्ट भी नाम मात्र का नहीं… कुछ वजनदार हो तो ही आपको अमीर की कैटेगरी में डाला जाएगा। और गलती से भी इधर का गिफ्ट उधर किया, मीडिल क्लास में ही रह जाएंगे।
एंप्लाइज के लिए तो दीवाली के दिन ऑफिस बंद रहते हैं लेकिन मालिक लोग उस दिन आकर दफ्तर की पूजा जरूर करते हैं। पहली बात तो ये है कि दीवाली के दिन ऑफिस जाने से अड़ोस-पड़ोस के लोगों पर इंप्रेशन बढ़ता है और दूसरी बात ये है कि दीवाली का दिन अच्छे कामों की शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन दफ्तरों की लेजर बुक वगैरह चेंज की जाती है। इसकी पूजा की जाती है।
कुछ एक अमीर लोग ही होंगे जो दीवाली के दिन धूम धड़ाका करते हैं, ज्यादातर लोग इस दिन इको फ्रेंडली मनाते हैं। मतलब नो पटाखा.. इसलिए आपको रईस जैसा महसूस करना है तो पटाखे न जलाए। दीवाली के दिन दिए जलाएं, करीबियों से मिले और खिलखिलाना न भूलें।