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कौन पहले आया, मुर्गा या अंडा? जितनी बार इसके बारें में सोचेंगे आपका सवाल का जवाब नहीं मिलेगा उल्टा आपका सिर चकराने लगेगा। दरअसल, इस सवाल का जवाब मालूम करना एक गोले का शुरुवाती पॉइंट पता करने से कहीं ज्यादा मुश्किल है।
लेकिन जो इसका जवाब जानता है वो आपके लिए किसी फिलॉसफर से कम नहीं होगा। अपने आसपास वालों से ही कभी पूछ करके देख लेना अगर वो इस सवाल का सही जवाब दे पाएं तो..? ज्यादा गहराई में जाओ तो झुंझलाहट होने लगती है, सिर चकराने लगता है क्योंकि उन सवालों के आगे पढ़ाई लिखाई भी चुनौती साबित होती है। नुक्कड़-चौराहों पर बुद्धिजीवियों तक की परीक्षा इसी सवाल से होती है। पीढ़ी दर पीढ़ी से यह सवाल एक अबूझ पहेली बनकर हमारे साथ चल रहा है। लेकिन अब यह दावा किया जा रहा है कि इसका जवाब मिल गया है। वह भी साइंटिफिक तरीके से। आपको एक-एक करके बताते हैं।
पहले तो आप ये समझिए कि अंडे के तीन हिस्से होते हैं। पहला अंडे का छिलका, सफेद वाली परत और तीसरा वो पीला वाला हिस्सा। अंडे का छिलका तो खाया नहीं जाता तो इस सवाल से इस छिलके को उतार कर बाहर कर दें। अंडे की सफेद हिस्सा बना है प्रोटीन से, इसमें जानवर का कोई हिस्सा नहीं होता है। इसलिए इसकी सफेदी भी हो गई शाकाहारी। अब अंडे के पीले वाले हिस्से पर आते हैं जिसे एग योक कहते हैं। एग योक भी सफेदी वाले हिस्से की तरह प्रोटीन से बना होता है लेकिन इसमें कोलेस्ट्रॉल और फैट भी भरपूर मात्रा में मिलता है, लेकिन मुर्गी जो अंडे बिना मुर्गे के संपर्क में आए देती है, उनमें गैमीट सेल्स मौजूद होते हैं। जो इसे मांसाहारी करार देते हैं।
एक और काम की बात ये है, कि जो मुर्गी 6 महीने की हो जाती है। वो हर एक से देढ़ महीने में अण्डा देती है। फिर वो चाहे मुर्गे के संपर्क में आए या न आए। ऐसे में अंडे भी दो तरह के होते है फर्टीलिटी और अनफर्टीलिटी। अनफर्टीलिटी एग से कभी चूजे नहीं निकल सकते। तो मतलब अगर आप अनफर्टीलिटी एग खा रहे हैं तो वो शाकाहारी कहलाएंगे।
अब सवाल नंबर दो, जिसने बड़े-बड़े बुद्धीजिवियों के सिर पर प्रश्नवाचक चिह्न लगा दिया। इस सवाल का जवाब ढूंढा था शेफिल्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर कोलिन फ्रीमैन ने। फ्रीमैन कहते हैं कि मुर्गी के अंडे का खोल बनाने के लिए आपके पास मुर्गी का होना जरूरी है। क्योंकि ये एक खास तरह के प्रोटीन से बनता है जिसे ओसी 17 प्रोटीन कहते हैं। ये प्रोटीन सिर्फ मुर्गी के शरीर में होता है। कहने का मतलब ये है कि अंडे का खोल तैयार करने के लिए मुर्गी की जरूरत पड़ेगी, यानी कि पहले मुर्गी आई। वाह मिल गया जवाब…!!
लेकिन एक मिनट.... ये मुर्गी कहां से आई, सवाल अभी भी बना हुआ है। इस सवाल के जवाब में फ्रीमैन कहते हैं कि मुर्गी का जन्म किसी अंडे देने वाले पक्षी से हुआ होगा। किसी कारणवश अंडे में इस तरह की चिड़िया विकसित हुई होगी। बात फिर घुम फिर कर वहीं आ गई कि अंडे ने ही तो मुर्गी को जन्म दिया।