सेना के जवान ने बचाई थी इस क्यूट पपी की जान, बदले में कुत्ते ने जो किया जानकर कहेंगे सबक ले इंसान
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Updated Mon, 10 Dec 2018 03:14 PM IST
आए दिन अखबार और सोशल मीडिया ऐसी खबरों से भरे रहते हैं जहां अपने ही अपनों की जान लेने पर तुले हुए हैं, आज के समय में कुछ भी पॉजिटिव न्यूज की कल्पना करना भी मुश्किल है। अगर कोई किसी की मदद कर भी रहा है तो उसके पीछे भी उसका कोई स्वार्थ निहित होता है। लेकिन जब किसी तरह निस्वार्थ मदद को देखते हैं तो दिल खुश हो जाता है। ऐसी ही एक कहानी आपको बताने जा रहे हैं। जिसको जानने के बाद आपका दिल खुश हो जाएगा।
अगली स्लाइड पर जाने के लिए क्लिक करें
चारों तरफ गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाजें गूंज रही थी। धमाकों से धरती का कंपन कम होने का नाम नहीं ले रहा था। इस अफरा-तफरी भरी स्थिति में सीन लइडलौ के कानों में एक कूंकती और कराहती हुई आवाज पहुंचती है। सीन लइडलौ एक खनन विशेषज्ञ हैं, जिनकी तैनाती उन दिनों सीरिया में थी। जोकि गृहयुद्ध की भयंकर मार झेल रहा था।
अगली स्लाइड पर जाने के लिए क्लिक करें
किसी जानवर की कराहती हुई आवाज सुनने के बाद सीन खुद को रोक नहीं पाए और गोलियों के बीच उसे बचाने के लिए कूद पड़े। बड़ी मुश्किल से उस मलबे के ढेर तक पहुंचें, जहां से आवाज आ रही थी। जान दांव पर लगाकर मलबे हटाया तो देखा एक मासूम सा कुत्ते का पिल्ला दिखाई दिया। जोकि इंसानों के इस जानवरों जैसे बर्ताव से हैरान और परेशान था।
अगली स्लाइड पर जाने के लिए क्लिक करें
सीन ने इस कुत्ते के बच्चे को बचाया और उसका नाम बैरी रखा। सीन बताते हैं कि युद्ध के बाद बैरी ने भयंकर तनाव और विकार से उबरने में मदद की। पूर्व सैनिक के मुताबिक अगर बैरी उनकी जिंदगी में नहीं आता तो वह युद्ध के तनाव को बर्दाश्त नहीं कर पाते।
अगली स्लाइड पर जाने के लिए क्लिक करें
सीन अब रिटायर हो चुके हैं और बैरी हर वक्त उनके साथ रहता है।
अगली स्लाइड पर जाने के लिए क्लिक करें
सीन के मुताबिक बैरी अब उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। उसके बिना मैं अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता हूं।