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ओए सुन तूने 'टर्मिनेटर' देखी है क्या..? बचपन में मेरे दोस्त ने ये फिल्म देखने के अगले दिन स्कूल में आकर मुझसे ये सवाल किया। वो स्कूल बंक करके सिनेमा देखने जाता था और मैं तब तक टीवी की दुनिया तक ही सीमित था। मुझे पता ही नहीं रहता था कि सिनेमा पर कौनसी नई फिल्म लगी है। ये कुछ-कुछ ऐसा था जैसे कोई शहरी दोस्त किसी गांव के देहाती दोस्त को कोई महत्वपूर्ण जानकारी दे रहा हो। मैं भी बड़े चाव से उसे सुनता था।
खैर... मेरे उस शहरी दोस्त ने मुझसे पूछा- 'क्या तू जानता है टर्मिनेटर के बारे में..?' मैंने जवाब दिया- 'अब ये क्या बला है..?' बस फिर क्या था, शहरी दोस्त ने फिल्म का बखान करना शुरू कर दिया और तब तक नहीं रुका जब तक कि उसने पूरी फिल्म की कहानी की उल्टी मेरे सामने न कर दी।
फिल्म की स्टोरी सुनने में मुझे बेहद मजा आया। अब मैंने भी टर्मिनेटर देखने का प्लान बनाया लेकिन मेरा ये सपना कभी पूरा न हो सका। मैं किसी न किसी कारणवश हमेशा ये फिल्म देखने से वंचित रह जाता। वक्त बीतता गया और अब बचपने से निकलकर जवानी में जा पहुंचे। अब मोबाइल पर यूट्यूब की मदद से मैं वीडियो देखने लगा। ज्यादातर वायरल वीडियो देखने का शौक था। इन्हीं वायरल वीडियो में अभी दो दिन पहले मेरी नजर के सामने एक ऐसा वीडियो आया जिसने बचपन की यादें ताजा कर दी।
मेरे जहन में टर्मिेनेटर की वो कहानी दौड़ पड़ी जो कभी मेरे दोस्त ने मुझे सुनाई थी। मैं जो कुछ भी उस वीडियो में देख रहा था मुझे लग रहा था कि मेरे सामने कहीं टर्मिनेटर फिल्म का वो लोहे का आदमी ही तो नहीं है जिस पर गोलियों का कोई असर ही नहीं होता। दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में एक फौजी को दिखाया गया है जिसके माथे में गोली लगी है और अन्य फौजी उस गोली को निकालने की कोशिश में लगे हैं।
इसके आगे का वीडियो देखकर तो रोंगटे खड़े हो गए। फौजी के सिर में लगी गोली को निकालने के लिए प्लास मंगवाया गया। इसके बाद फौजी के माथे में धंसी गोली को प्लास से पकड़कर निकालने की कोशिश की गई। इस दौरान उसने उफ्फ तक नहीं की। बहादुर सैनिक ने हंसते-हंसते अपने माथे पर लगी गोली प्लास से निकलवा ली। आपने बहादुर सिपाही तो बहुत देखे होंगे लेकिन ऐसा कोई शायद ही देखा हो।