ये नए मिजाज के अफसर हैं, इनका पाला पड़ा शुतुरमुर्गी स्वभाव वाली ब्यूरोक्रेसी से
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Updated Mon, 03 Sep 2018 04:55 PM IST
एक सीनियर ब्यूरोक्रेट हैं। ब्यूरोक्रेसी के बदलते मिजाज को लेकर आजकल काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। बापू भवन में बैठ रहे ये साहब साइड लाइन चल रहे हैं। वह बड़े दार्शनिक अंदाज में समझाते हैं कि कभी हनक के लिए जानी जाने वाली यहां की ब्यूरोक्रेसी शुतुरमुर्गी स्वभाव वाली होती जा रही है।
बात पारदर्शिता, साफगोई, कुछ न छिपाने की होती है, मगर अफसरों के तबादले तक पब्लिक डोमेन में देने का साहस नहीं जुटा पाते। जो आदेश जिले-जिले तक, 10 अफसरों के पास जाते हैं, उन्हें छिपाने का न जाने क्या तर्क है? नए मिजाज के इन अफसरों को लगता है कि आंख मूंद लो, सब ठीक हो जाएगा।
साहब के दरबारी बताते हैं कि दरअसल, साहब के एक जानने वाले का भी तबादला हुआ। नियुक्ति विभाग से फोन कर पूछना नहीं चाहते थे और अखबारों में छपा नहीं, टीवी पर चला नहीं। साहब तभी से बेचैन हैं।