ब्रिटेन के एक टैटू आर्टिस्ट को ब्रिटिश अदालत ने बिना किसी डिग्री के लोगों का ऑपरेशन करने का दोषी करार दिया है। खुद को डॉक्टर बताने वाले ब्रैन्डन मैकार्थी ने यह स्वीकार किया है कि उसने लोगों के कान, जीभ, नाक और निप्पल तक काट दिए।
ब्रैंडन का इंग्लैंड के वॉल्वरहैम्पटन में 'डॉ. ईवल' नाम से क्लीनिक था। उस आरोप है कि ऑपरेशन से पहले वह अपने क्लाइंट्स को किसी तरह की बेहोशी का इंजेक्शन भी नहीं लगाता था। यूके प्रेस एसोसिएशन के मुताबिक डॉ. ईवल ने 2012 में एक महिला की जीभ काट दी थी, जबकि 2015 में एक क्लाइंट को बेहोश किए बिना उसका कान काट दिया। डॉ. ईवल के खिलाफ क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विस ने उस समय जांच शुरू की, जब क्लीनिक में कान, जीभ काटते वक्त के कुछ फोटो ऑनलाइन वायरल हुए थे।
ब्रैन्डन मैकार्थी ने पुलिस गिरफ्तारी के बाद बताया कि उसने कोई कानून नहीं तोड़ा, जब भी वह किसी क्लाइंट को टैटू बनाता था तो उससे पहले लिखित मंजूरी लेता था। इतना ही नहीं साल 2017 में जब 'डॉ. ईवल' पहली बार कोर्ट में पेश हुआ था तब लोगों ने उसका जबर्दस्त समर्थन किया था। उस समय लोगों ने उसके समर्थन में ऑनलाइन पिटीशन शुरू की थी, जिसमें 13 हजार लोगों ने उसे जानकार, सुरक्षित और स्किलफुल टैटू डॉक्टर बताया था।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान जज ने कहा कि क्लाइंट का लिखित कंसेन्ट उसके पक्ष में नहीं जाता क्योंकि उसके पास डॉक्टरी पेशे के लिए जरूरी डिग्री भी नहीं है। क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विस (CPS) के मुताबिक मैकार्थी एक रजिस्टर्ड टैटू डॉक्टर है लेकिन उसके पास मेडिकल क्वालिफिकेशन न होना उसके खिलाफ है. यहां तक कि वह यूके की जनरल मेडिकल काउंसिल में भी रजिस्टर नहीं है।
हालांकि, टैटू आर्टिस्ट ब्रैन्डन मैकार्थी 21 मार्च तक बेल पर बाहर है और जल्द ही कोर्ट में उसकी सजा पर सुनवाई होगी।