हवा में बढ़ रहे प्रदूषण से हर कोई परेशान है लेकिन इससे छुटकारा पाने के लिए कई तरह के मुहिम चलाए जा रहे हैं लेकिन ध्वनि प्रदूषण,तेज आवाज में गाड़ी का हार्न और तेज आवाज में संगीत पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। इस बात का किसी को अंदाजा भी नहीं होगा कि पार्टियों में तेज आवाज में चल रहे संगीत किसी बीमार इंसान के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है। तेज संगीत से इंसान तो प्रभावित होते ही हैं साथ में कई जानवर भी प्रभावित होते हैं।
चेन्नई से एक खबर आई है जिसमें तेज आवाज में चल रहे गाने की आवाज से एक मगरमच्छ की मौत हो गई। फेसबुक पर इस रिपोर्ट को मद्रास क्रोकोडाइल बैंक द्धारा शेयर किया गया है। बताया जा रहा हैं कि चेन्नई के शेरेटन ग्रैंड में बीते दिन पार्टी चल रही थी। पार्टी में तेज आवाज में संगीत चल रहा था। इस रिसॉर्ट के पास में ही एक चिड़ियाघर है। अधिक bass और तेज आवाज के कारण मगरमच्छ की जान चली गई।
फेसबुक पोस्ट के मुताबिक यह घटना 30 मार्च की है। इसमें कोई संदेह करने वाली बात नहीं है कि तेज आवाज के कारण जानवर की जान चली गई। जानवर तेज आवाज से होने वाले कंपन से खुद को बचा नहीं पाया तनाव में आने की वजह से उसकी मौत हो गई।
मद्रास क्रोकोडाइल बैंक के रोमूलस व्हाइटेकर पद्मश्री सम्मान प्रप्त कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि हमने पहले ही बताया था कि चिड़ियां घर के पास में रिसॉट होना बहुत खतरनाक है। यहां रहने वाले जानवर 5-6 घंटों से ज्यादा संगीत को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। जबकी यहां पूरी रात तेज आवाज में संगीत चलता रहता है।
आगे उन्होंने बताया मरने से पहले मगरमच्छ बहुत स्वस्थ था। उसे किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं थी। उसकी मौत सिर्फ तेज ध्वनि की वजह से हुई है।