दिल्ली एनसीआर बुरी तरह से प्रदूषण के चपेट में है। प्रदूषण का बढ़ता स्तर जहां लोगों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है वहीं इन दिनों यह प्रदूषण बच्चों के लिए त्योहार बन गया है। ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि इन दिनों सोशल मीडिया पर एक बच्चे द्वारा हिंदी में लिखे गए निबंध की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है।
इस निबंध में बच्चे ने बड़ी ही मासूमियत के साथ अपने दिल की बात कहते हुए प्रदूषण को दिल्ली का प्रमुख त्योहार बताया है। इसके साथ ही बच्चे ने अपने निबंध में यह भी बताया है कि ये त्योहार दिल्ली के बच्चों के लिए दिवाली से ज्यादा बड़ा होता है। ये त्योहार दिवाली के बाद शुरू होता है और इसमें दिवाली से भी ज्यादा छुट्टियां मिलती हैं।
जहां एक ओर दिवाली में दिल्ली के बच्चों को केवल चार दिन की ही छुट्टियां मिलती हैं तो वहीं प्रदूषण के कारण बच्चों को एक आठ दिन की छुट्टी मिल जाती है। बच्चे ने आगे अपने निबंध में लिखा कि प्रदूषण के दिनों में लोग अलग-अलग मास्क पहनकर ही अपने घरों से बाहार निकलते है।
इन दिनों घरों में काली मिर्च, अदरक, शहद ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं। छोटे से बच्चे का ये खत सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस निबंध पर एक यूजर ने कहा, प्रदूषण अब दिल्ली का प्रमुख वार्षिक उत्सव बन गया है।
इस निबंध के वायरल होते ही कक्षा सातवीं के छात्र कुश चाचन ने ये दावा किया है कि ये निबंध उन्होंने लिखा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजधानी दिल्ली में में एयर क्वालिटी ने 5 नवंबर को सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए, यह लगातार नौ दिनों तक खतरनाक श्रेणी में रहा।